नैनीताल, 24 जून। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 25 जून से तीन दिवसीय दौरे पर नैनीताल आ रहे हैं। इस अवसर पर वह कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। उपराष्ट्रपति के दौरे को लेकर प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।
25 जून को विश्वविद्यालय कार्यक्रम में लेंगे हिस्सा
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार उपराष्ट्रपति धनखड़ 25 जून को दोपहर बाद नैनीताल पहुंचेंगे। उसी दिन वह कुमाऊं विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर में आयोजित समारोह में भाग लेंगे, जहां विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष के समापन समारोह का आयोजन भव्य स्तर पर किया जा रहा है। यह कार्यक्रम न केवल विश्वविद्यालय के इतिहास का गौरवशाली क्षण है, बल्कि राज्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है।
26 जून को कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं
दौरे के दूसरे दिन यानी 26 जून को उपराष्ट्रपति किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग नहीं लेंगे। सूत्रों की मानें तो इस दिन उनके निजी कार्यक्रम हो सकते हैं या वह विश्राम करेंगे। हालांकि प्रशासन की ओर से इस दिन के लिए भी सुरक्षा और लॉजिस्टिक तैयारियां की जा रही हैं।
27 जून को शेरवुड कॉलेज जा सकते हैं
तीसरे दिन यानी 27 जून को उपराष्ट्रपति शेरवुड कॉलेज के किसी कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। इस संबंध में अभी अंतिम पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन तैयारियों के स्तर से यह संभावना प्रबल मानी जा रही है। शासन ने सोमवार को जिले के अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर सभी तैयारियों की समीक्षा की है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
नैनीताल की भौगोलिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। एसएसपी पीएन मीणा के अनुसार, आइजीआई स्टेडियम में पुलिस अधिकारियों की ब्रीफिंग की गई है। शहर के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों की तैनाती सुनिश्चित कर दी गई है। सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह सतर्क
उपराष्ट्रपति की मौजूदगी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो गया है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरीश चंद्र पंत ने बताया कि उपराष्ट्रपति के साथ जिले के तीन वरिष्ठ डॉक्टर हर समय मौजूद रहेंगे। बीडी पांडे अस्पताल (नैनीताल), सुशीला तिवारी अस्पताल (हल्द्वानी) और सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल (अल्मोड़ा) को सेफ हाउस के रूप में चिन्हित किया गया है। इसके साथ ही निजी अस्पताल की कैथ लैब से भी समन्वय स्थापित किया गया है ताकि किसी आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
नैनीताल के लिए बड़ा अवसर
उपराष्ट्रपति का यह दौरा न केवल कुमाऊं विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है, बल्कि नैनीताल जिले के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। इससे न केवल क्षेत्र की शैक्षिक प्रतिष्ठा, बल्कि प्रशासनिक और सांस्कृतिक पहचान को भी राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलने की उम्मीद है।