एक मासूम बच्ची से दरिंदगी के बाद नैनीताल की सड़कों पर बुधवार रात को जो कुछ हुआ, उसने पूरे उत्तराखंड को झकझोर कर रख दिया। आमतौर पर शांत रहने वाला यह पर्यटन नगर अचानक हिंसा की आग में घिर गया। एक बुजुर्ग ठेकेदार पर नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप के बाद माहौल ऐसा बिगड़ा कि तीन घंटे तक पूरा शहर सड़कों पर उबलता रहा। भीड़ ने दूसरे समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ की, वाहनों को क्षतिग्रस्त किया, और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस पूरी घटना ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है।
दुष्कर्म की खबर फैली, मल्लीताल से शुरू हुआ आक्रोश
बुधवार की शाम करीब सात बजे खबर आई कि 13 साल की एक नाबालिग बच्ची के साथ एक बुजुर्ग ठेकेदार ने दुष्कर्म किया है। बताया जा रहा है कि बच्ची की मां रिश्तेदारी में गई हुई थी और आरोपी ने तीन दिन पहले उसे घरेलू काम के लिए बुलाया था। आरोपी ने मासूम को 200 रुपये देकर अपने घर बुलाया और फिर अगले दिन उसे कार में ले जाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी ने बच्ची को शहर की एक मुख्य सड़क पर उतार दिया और फरार हो गया। जब यह खबर इलाके में फैली, तो लोग गुस्से से भर उठे। रात करीब साढ़े नौ बजे मल्लीताल क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने आरोपी को पुलिस हिरासत से बाहर लाने की मांग करते हुए कोतवाली का घेराव कर लिया।
दूसरे समुदाय की दुकानों पर हमला, सांप्रदायिक रंग लेता विवाद
बवाल यहीं नहीं रुका। भीड़ ने दूसरे समुदाय की दुकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। दुकानों के शीशे तोड़े गए, सामान फेंका गया और दुकानदारों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। कुछ दुकानों में लूटपाट की भी सूचना है। गाड़ी पड़ाव इलाके में खड़ी कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इस बीच, भीड़ से “पाकिस्तान मुर्दाबाद” जैसे नारे भी सुनाई दिए। हालात और न बिगड़ें, इसके लिए पुलिस ने मोर्चा संभाला, लेकिन हिंसा इतनी तीव्र थी कि एक जगह से भीड़ हटती तो दूसरी जगह इकट्ठा हो जाती।
धार्मिक स्थल पर पथराव, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
भीड़ ने गुस्से में एक धार्मिक स्थल की ओर बढ़ते हुए दरवाजों पर पत्थरबाजी कर दी। पुलिस ने स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। कई लोगों को हल्की चोटें आई हैं। कोतवाली के बाहर धरने पर बैठे लोगों ने मांग की कि आरोपी को तुरंत उनके हवाले किया जाए। उन्होंने पुलिस लॉकअप से आरोपी को बाहर निकालने की कोशिश भी की।
तीन घंटे की अराजकता, एक किलोमीटर तक फैली हिंसा
रात 9:30 बजे शुरू हुई यह अराजकता करीब साढ़े 12 बजे तक चली। मल्लीताल से लेकर तल्लीताल और गाड़ी पड़ाव तक लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में हिंसा फैली रही। लोगों ने मकानों पर पथराव किया, जिससे कई घरों की खिड़कियां और शीशे टूट गए। दहशत के कारण लोग अपने घरों की खिड़कियों से हाथ जोड़कर विनती करते रहे कि उनके घरों पर पत्थर न फेंके जाएं।
व्यापक पुलिस तैनाती, हालात नियंत्रण में लेकिन तनाव कायम
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसपास के थानों से भारी पुलिस बल बुलाया गया। एसपी डॉ. जगदीश चंद्रा के नेतृत्व में पुलिस ने संयमित तरीके से मोर्चा संभाला। देर रात तक हिंसा पर काबू पा लिया गया, लेकिन पूरे शहर में तनाव बरकरार है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी करवा लिया गया है। उसके आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है।
नैनीताल बंद का एलान, व्यापारी संगठनों का समर्थन
गुरुवार को शहर के कई संगठनों ने ‘नैनीताल बंद’ का एलान किया। सुबह से ही मल्लीताल और तल्लीताल बाजार पूरी तरह बंद रहे। अधिकांश व्यापारियों ने हिंसा की निंदा करते हुए आरोपी को सख्त सजा देने की मांग की, लेकिन साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील भी की।
प्रशासन की चुनौती: कानून-व्यवस्था भी और भरोसा भी
यह घटना प्रशासन के लिए दोहरी चुनौती बन गई है। एक तरफ कानून-व्यवस्था बनाए रखना, दूसरी ओर जनता का भरोसा बहाल करना। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस लगातार गश्त कर रही है और संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है।