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जंगलचट्टी के पास पहाड़ी से अचानक भारी मलबा गिरने से पांच मजदूर खाई में जा गिरे

उत्तराखंड चारधाम यात्रा के मुख्य मार्ग गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर मंगलवार देर शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया. जंगलचट्टी के पास पहाड़ी से अचानक भारी मलबा गिरने से पांच मजदूर खाई में जा गिरे . हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए. मृतक जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के रहने वाले थे और डंडी-कंडी (पालकी) का संचालन कर रहे थे.

स्थानीय प्रशासन और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) की टीमों ने घटनास्थल पर तुरंत पहुंचकर रेस्क्यू अभियान शुरू किया . घायलों को खाई से निकालकर प्राथमिक उपचार के लिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. हादसे की पुष्टि करते हुए जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि पहाड़ी पर भूस्खलन के कारण यह घटना हुई.

मारे गए मजदूरों में –

  • नितिन कुमार, पुत्र रावेल सिंह, निवासी जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)
  • चंद्रशेखर, निवासी जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)

घायलों के नाम

  • संदीप कुमार, पुत्र दया कृष्णा, ग्राम गली, तहसील डोडा, जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)
  • आकाश चितरीय, पुत्र दामोदर दास, निवासी भावनगर, गुजरात
  • नितिन मन्हास, पुत्र मनजीत, जिला डोडा, जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)

घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. यात्रियों को कुछ समय के लिए वहीं रोका गया और फिर मार्ग को साफ करने के बाद धीरे-धीरे आवाजाही शुरू की गई. रेस्क्यू टीम की तत्परता से कई लोगों की जान बचाई जा सकी.

भारी बारिश से पहले ही था अलर्ट

उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में बीते कुछ दिनों से प्री-मानसून की बारिश लगातार हो रही है. मौसम विभाग ने 19 जून के लिए पहले ही प्रदेश के कई जिलों में तेज गर्जना और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई थी. पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया था. लेकिन मजदूरों क्या पता था कि घर से इतनी दूर मजदूरी की चाह मौसम के ख़राब होने से मौत में बदल जाएगी .

सावधानी जरूरी

स्थानीय प्रशासन और यात्रा संचालन एजेंसियों ने यात्रियों और मजदूरों से अपील की है कि वे मौसम संबंधी चेतावनियों को गंभीरता से लें और सुरक्षित स्थानों पर ही रुकें. प्रशासन का कहना है कि यात्रा मार्ग पर निगरानी बढ़ा दी गई है और खतरनाक स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है.