देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनते जा रहे बाबा नीम करौली महाराज कैंची धाम के स्थापना दिवस पर इस बार मेला अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्थाओं के साए में आयोजित होने जा रहा है. 15 जून को लगने वाले मेले को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. आईजी कुमाऊं ऋद्धिम अग्रवाल स्वयं मैदान में उतरकर तैयारियों की निगरानी कर रही हैं .
इतिहास में पहली बार ATS की तैनाती
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और बदलते सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए इस बार आतंकवाद-निरोधक दस्ता (ATS) की एक विशेष टीम को मेले में तैनात किया गया है. इसके साथ ही सशस्त्र सीमा बल (SSB) के प्रशिक्षित जवान भी पहली बार सुरक्षा मोर्चा संभालेंगे. ATS की टीम संवेदनशील स्थलों पर कड़ी निगरानी रखेगी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर त्वरित कार्रवाई करेगी.
आईजी ऋद्धिम अग्रवाल ने कहा, “इस बार श्रद्धालुओं की संख्या रिकॉर्ड तोड़ होने की संभावना है, लिहाजा सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है. ATS और SSB की तैनाती से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी अप्रिय घटना न घटे.”
CCTV, ड्रोन और कंट्रोल रूम से निगरानी
पूरे मेला क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले CCTV कैमरे लगाए गए हैं, वहीं ड्रोन कैमरे से भी निगरानी रखी जाएगी. एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जो रियल टाइम निगरानी कर सभी सुरक्षा एजेंसियों को अपडेट देता रहेगा. भीड़ नियंत्रण, आपातकालीन संप्रेषण और दिशा-निर्देशन के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम की भी व्यवस्था की गई है.
3 PAC बटालियन और 800 पुलिस कर्मी तैनाती
मेले की सुरक्षा में कोई कसर न रह जाए, इसके लिए तीन PAC बटालियन और करीब 800 पुलिस कर्मियों को मैदान में उतारा गया है. ये जवान अलग-अलग जिलों से बुलाए गए हैं और सभी प्रमुख मार्गों, पार्किंग स्थलों और मंदिर परिसर में तैनात किए जाएंगे.
यातायात प्लान: डायवर्जन और शटल सेवा का इंतज़ाम
श्रद्धालुओं की सुविधा और ट्रैफिक जाम से बचने के लिए 14 से 16 जून तक ट्रैफिक रूट डायवर्जन प्लान लागू किया गया है. खासतौर पर 15 जून को कैंची धाम के लिए कोई भी निजी वाहन सीधे मंदिर नहीं जा सकेगा.
महत्वपूर्ण ट्रैफिक दिशा-निर्देश:
- 14 और 15 जून को बड़े वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा.
- दोपहिया वाहनों को भवाली, काठगोदाम, कालाढूंगी, भीमताल, डांठ चौराहा, नैनीताल आदि स्थानों पर रोका जाएगा.
- हल्द्वानी, भीमताल, खैरना और सैनिटोरियम भवाली में पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं.
- पार्किंग से शटल सेवा के माध्यम से श्रद्धालु कैंची धाम तक पहुंच सकेंगे.
मुख्य डायवर्जन मार्ग:
- बेरीनाग से हल्द्वानी जाने वाले वाहन दन्या, शहरफाटक, धानाचूली होते हुए जाएंगे.
- बागेश्वर और अल्मोड़ा से हल्द्वानी जाने वाले वाहन लमगड़ा या नथुवाखान होकर जाएं.
- पिथौरागढ़ से हल्द्वानी जाने वाले वाहन घाट, चंपावत, टनकपुर होते हुए गुजरेंगे.
- रानीखेत से हल्द्वानी जाने वाले वाहन वाया भीमताल भेजे जाएंगे.
श्रद्धालुओं से प्रशासन की अपील
एसएसपी और जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं व पर्यटकों से ट्रैफिक प्लान का पालन करने और अनावश्यक भीड़ से बचने के लिए शटल सेवा का उपयोग करने की अपील की है. प्रशासन की ओर से विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं ताकि कोई भी श्रद्धालु असुविधा में न पड़े.
श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे प्रशासन का सहयोग करें, शांति बनाए रखें और बाबा नीम करौली महाराज की कृपा का लाभ लें.