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Fake gold : नकली सोना गिरवी रख बैंकों से लोन ले रहे थे शातिर, दो गिरफ्तार, गिरोह में दिल्ली-अल्मोड़ा के लोग भी शामिल

हल्द्वानी में नकली सोना गिरवी रखकर गोल्ड लोन लेने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों अखिलेश सिंह नेगी और पवन सिंह फर्सवाण को गिरफ्तार किया है। इनके पास से करीब 111 ग्राम नकली सोना और होलोग्राम लगे नकली आभूषण बरामद किए गए हैं।

बैंक ऑडिट में हुआ खुलासा

वर्ष 2024-25 में हल्द्वानी, बनभूलपुरा और मुखानी थाना क्षेत्रों के बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक में गोल्ड लोन के नाम पर गिरवी रखे गए आभूषण बैंक ऑडिट में नकली पाए गए। इसके बाद बैंकों ने थानों में मुकदमे दर्ज कराए। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने जांच के लिए थाना पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम गठित की।

गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई

कोतवाल राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने 28 मई को पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क, नैनीताल रोड से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। तलाशी में उनके पास से नकली सोने की चूड़ियां और फर्जी होलोग्राम मिले, जो देखने में असली जैसे लगते हैं। पुलिस ने बताया कि ये आभूषण दिल्ली से सस्ते दामों में लाए जाते हैं, जिन पर नकली हॉलमार्क लगवा कर बैंक में गिरवी रख दिए जाते हैं।

60-70 लाख का कर्ज ले चुका है एक आरोपी

गिरफ्तार आरोपी अखिलेश सिंह नेगी अलग-अलग बैंकों से 60-70 लाख रुपये तक के प्रॉपर्टी, व्हीकल और गोल्ड लोन ले चुका है। पुलिस अब उसके संपर्कों और लेनदेन की गहराई से जांच कर रही है।

गिरोह में अल्मोड़ा और दिल्ली के कई अन्य लोग भी शामिल हैं। इसके अलावा पुराने मामलों में नामजद अजहर वारसी, जोया अहमद, तरुण भारद्वाज, हरजिंदर नरुला और मोहम्मद फिरोज जैसे आरोपियों की भी गिरफ्तारी और पूछताछ की तैयारी है।

बैंक कर्मचारियों की भूमिका भी जांच के घेरे में

पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या बैंक कर्मचारियों की कोई संलिप्तता रही है, क्योंकि नकली आभूषणों की असली पहचान में लापरवाही या मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है,111 ग्राम वजन की 08 नकली चूड़ियां, जिन पर कूट रचित हॉलमार्क अंकित है। जांच जारी है और जल्द ही इस फर्जीवाड़े के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सकता है।