देहरादून के ऋषिकेश में शुक्रवार को एक बड़ा और हृदय विदारक हादसा हो गया। आईडीपीएल चौकी क्षेत्र में गंगा नदी में नहाने उतरीं तीन नाबालिग छात्राएं तेज बहाव की चपेट में आकर बह गईं। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में दो बच्चियों की गंगा में डूबने से मौत हो गई, जबकि एक को मौके पर मौजूद लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बचा लिया। इस घटना से पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
ट्यूशन जाने निकली थीं बच्चियां
ऋषिकेश कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, विस्थापित कॉलोनी, शिव चौक गली नंबर 6 की निवासी अंजलि (13 वर्ष), नेहा (14 वर्ष) और अंजलि (10 वर्ष) शुक्रवार को अपने घर से ट्यूशन जाने के लिए निकली थीं। गर्मी का मौसम होने के कारण, वे तीनों कॉलोनी के निकट गंगा नदी में नहाने के लिए उतर गईं। नहाते समय ही वे गंगा के तेज बहाव में फंस गईं और डूबने लगीं।
स्थानीय युवक ने दिखाई बहादुरी, दो को नहीं बचा सका
स्थानीय युवक ने लड़कियों को गंगा में डूबते देखा तो बिना देर किए उनको बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। उसने अपनी जान जोखिम में डालकर 10 वर्षीय अंजलि को तो गंगा से बाहर निकाल लिया, लेकिन तेज बहाव और गहराई के कारण अन्य दो लड़कियों को बाहर नहीं निकाल सका। उसकी बहादुरी से एक जान तो बच गई, लेकिन दो अन्य को बचाया नहीं जा सका।
पुलिस और SDRF ने निकाले शव, एम्स में मृत घोषित
घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस और एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम मौके पर पहुंची। गोताखोरों ने तत्काल गंगा में डूबी लड़कियों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया। एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर कविंद्र सजवान ने बताया कि उनके गोताखोर ने दोनों नाबालिगों को बेहोशी की हालत में गंगा से बाहर निकाला। आईडीपीएल चौकी प्रभारी विनय शर्मा तुरंत दोनों लड़कियों को लेकर आनन-फानन में एम्स ऋषिकेश पहुंचे, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस हृदय विदारक घटना से दोनों बच्चियों के घरों में कोहराम मचा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।