उत्तराखंड में मई की शुरुआत जहां गर्मी के तेवर दिखाने लगी थी, वहीं पहाड़ों ने एक बार फिर से मौसम को पलट दिया है। चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अचानक हुई बर्फबारी से ठंड ने दोबारा दस्तक दी है। बदरीनाथ, केदारनाथ और सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है, जिससे इलाके में तापमान में जबरदस्त गिरावट आई है।
हेमकुंड साहिब पर सेना कर रही बर्फ हटाने का कार्य
हेमकुंड साहिब के आस्था पथ को यात्रियों के लिए तैयार करने का कार्य पहले से चल रहा था। लेकिन ताजा बर्फबारी के कारण यह काम ठप हो गया है। गुरुवार सुबह से सेना के जवान बर्फ हटाने में लगे थे, लेकिन दोपहर के बाद मौसम बिगड़ने से कार्य रोकना पड़ा। गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि यदि शुक्रवार को मौसम साफ रहता है, तो फिर से काम शुरू किया जाएगा।
बदरीनाथ और फूलों की घाटी में भी गिरा पारा
बदरीनाथ धाम की ऊंची पहाड़ियों सहित फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, लाल माटी, नीती और माणा घाटी में भी बर्फबारी हुई है। इन क्षेत्रों में लगातार बर्फ गिरने से पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। गोपेश्वर, पोखरी, नंदप्रयाग और नंदानगर जैसे इलाकों में बर्फीली हवाएं चल रही हैं, जिससे मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है।
केदारनाथ में बर्फ और बारिश का दोहरा हमला
रुद्रप्रयाग जिले के केदारनाथ धाम में गुरुवार सुबह हल्की धूप के बाद अचानक मौसम ने करवट ली। दोपहर बाद घने बादल छा गए और रुक-रुक कर बूंदाबांदी शुरू हो गई। इसके बाद ओलावृष्टि और फिर बर्फ की फुहारों ने माहौल पूरी तरह सर्द बना दिया। धाम का तापमान शाम को मात्र 2 डिग्री सेल्सियस रह गया।
केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य में लगी वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी के टीम प्रभारी, रिटायर्ड कैप्टन सोबन सिंह बिष्ट ने बताया कि वासुकीताल और चोराबाड़ी क्षेत्र में शाम को अच्छी बर्फबारी हुई। यह मई महीने में कम ही देखने को मिलता है और स्थानीय लोग भी इस बदलाव से चकित हैं।
निचले इलाकों में भी बारिश और ओलावृष्टि
केवल ऊंचाई वाले क्षेत्र ही नहीं, बल्कि रुद्रप्रयाग के निचले इलाकों में भी बारिश और ओले गिरने की खबर है। गुरुवार शाम पांच बजे के बाद शहर और आसपास के गांवों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे एक ओर जहां गर्मी से राहत मिली, वहीं खेतों में खड़ी सब्जियों और फलों को नुकसान पहुंचा है।
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग ने पांच मई तक राज्य के कई जिलों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी की चेतावनी जारी की है। विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण यह बदलाव आया है और आने वाले दिनों में भी मौसम ऐसा ही बना रह सकता है। इस अप्रत्याशित मौसम ने न केवल यात्रियों की योजनाओं को प्रभावित किया है, बल्कि प्रशासन को भी अतिरिक्त सतर्कता बरतने पर मजबूर कर दिया है। चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले इस तरह की बर्फबारी यात्रा प्रबंधन के लिहाज से भी चुनौती बन सकती है।