‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज हर तरफ सुनाई दे रही है और इस साहसिक कार्रवाई पर अब धर्मगुरुओं का भी आशीर्वाद मिल रहा है। ज्योतिर्मठ ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का खुलकर समर्थन किया है और आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि मांग का सिंदूर उजाड़ने वालों की खोपड़ी पर अब ‘सिंदूर’ चढ़ेगा।
देश लंबे समय से कर रहा था ऐसी कार्रवाई का इंतजार
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर भारतीय सेना की कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि देश ऐसी कड़ी कार्रवाई का लंबे समय से इंतजार कर रहा था। उन्होंने सेना के शौर्य को नमन करते हुए कहा कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है।
पाकिस्तान को मिले ऐसा दंड कि 100 साल पीछे चला जाए
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भारत सरकार से और भी कठोर कार्रवाई की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि भारत को ऐसा कदम उठाना चाहिए जिससे पाकिस्तान 100 साल पीछे चला जाए और फिर कभी भारत की ओर आंख उठाने की हिम्मत न करे।
आतंकियों के संरक्षक पाकिस्तान को मिलेगा करारा जवाब
शंकराचार्य ने पाकिस्तान को आतंकियों का संरक्षक बताते हुए उसे गुनहगार ठहराया। उन्होंने कहा कि जिन्होंने हमारी बहनों और बेटियों के मांग का सिंदूर उजाड़ा है, अब उनकी खोपड़ी पर ‘सिंदूर’ चढ़ेगा। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम को भी सोच-समझकर दिया गया करार दिया और कहा कि यह हमारे वीर सैनिकों और सेना के पराक्रम का प्रतीक है, जिस पर हर भारतीय को गर्व है।
POK में कार्रवाई, आतंकियों के ठिकाने ध्वस्त
गौरतलब है कि पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना ने POK में जबर्दस्त कार्रवाई करते हुए 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइल से उड़ा दिया। इस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर अंजाम दिया। ऑपरेशन की सफलता के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री और सैन्य अधिकारियों ने मीडिया को इसकी जानकारी दी।
शंकराचार्य के आशीर्वाद से सेना का मनोबल और ऊंचा
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर यह बयान देश के आम नागरिकों की भावनाओं को दर्शाता है। उन्होंने सेना के पराक्रम की सराहना करते हुए आतंकवाद के समर्थकों को कड़ा संदेश दिया है। उनके आशीर्वाद से भारतीय सेना का मनोबल और भी ऊंचा होगा और देश आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूती से लड़ेगा। आप शंकराचार्य के इस बयान से कितना सहमत हैं? अपनी राय कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।