भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात एक बार फिर से बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। 8 मई 2025 को पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के कई सेक्टरों—कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी—में भारी गोलीबारी और मोर्टार दागे गए, जिसमें 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई। मृतकों में तीन महिलाएं और पांच बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब देश पहले से ही पहलगाम आतंकी हमले की पीड़ा से उबरने की कोशिश कर रहा है।
भारत ने इस हमले के तुरंत बाद तीव्र और सटीक जवाबी कार्रवाई की। भारत की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया गया, जिसके तहत पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया गया। इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह आतंकवाद को खत्म करने का युद्ध है और भारत ने एक बार फिर दिखा दिया कि वह हर नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
पाकिस्तान की बौखलाहट इस हद तक पहुंच चुकी है कि उसने भारत के 15 शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की, जिसे भारत के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में इजराइली हार्पी ड्रोन का इस्तेमाल कर भारत ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कश्मीर के बारामूला, कुपवाड़ा और श्रीनगर के कई स्कूल 9 और 10 मई को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और विश्व बैंक प्रमुख अजय बंगा से अलग-अलग उच्च स्तरीय बैठकें भी कीं।