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नैनीताल रेपकांड : एक दिन की बंदी से पर्यटन कारोबार को करोड़ों का झटका, होटलों की 90 प्रतिशत से अधिक बुकिंग रद्द

हाल ही में हुए दुर्भाग्यपूर्ण बालिका दुष्कर्म कांड के बाद नैनीताल शहर में उपजे तनाव और परिणामस्वरूप हुई बंदी ने पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान पहुंचाया है। बुधवार रात को हुए बवाल के बाद बृहस्पतिवार को शहर पूरी तरह से बंद रहा, जिससे पर्यटन और व्यापार को लगभग 22 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हुआ है।

इस घटना का सबसे बुरा असर पर्यटन से जुड़े व्यवसायों पर पड़ा है। होटल व्यवसायियों को बुकिंग रद्द होने की भारी मार झेलनी पड़ रही है। इस सप्ताह की 90 प्रतिशत से अधिक बुकिंगें रद्द हो चुकी हैं, जिससे उन्हें लगभग 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

रेस्टोरेंट कारोबारियों को भी बंदी के कारण तीन करोड़ रुपये का नुकसान

होटलों के साथ-साथ रेस्टोरेंट कारोबारियों को भी बंदी के कारण लगभग दो से तीन करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। शहर के मुख्य पर्यटन स्थल मल्लीताल, तल्लीताल, बड़ा बाजार, रैमजे मार्केट और छावनी बाजार में दुकानें पूरी तरह से बंद रहीं, जिससे पर्यटकों को भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं नहीं मिल सकीं। इसके चलते कई पर्यटक शहर छोड़कर वापस लौटने लगे।

टैक्सी चालक, नौका संचालक, घुड़सवारी कराने वालों को भी आर्थिक नुकसान

पर्यटन से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों को भी इस बंदी का खामियाजा भुगतना पड़ा है। टैक्सी चालक, नौका संचालक, घुड़सवारी कराने वाले और अन्य छोटे व्यापारियों को भी आर्थिक नुकसान हुआ है। टैक्सी चालकों को लगभग 15 लाख रुपये और नौका संचालकों को पांच से छह लाख रुपये का नुकसान हुआ है। ई-रिक्शा, टैक्सी बाइक और अन्य छोटे दुकानदारों की आय भी इस बंदी के कारण प्रभावित हुई है।

होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय बिष्ट ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि इस मामले में उनकी आयुक्त दीपक रावत से बातचीत हुई है, जिन्होंने नैनीताल के बेहतर पर्यटन के लिए एक सकारात्मक संदेश जारी किया है। बिष्ट ने पर्यटन मंत्री और मुख्यमंत्री से भी इसी तरह के संदेश जारी करने का आग्रह किया है, ताकि पर्यटन सीजन को वापस पटरी पर लाया जा सके।

पर्यटन उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा

नैनीताल, जो कि उत्तराखंड का एक प्रमुख पर्यटन केंद्र है, इस तरह की घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। पर्यटन उद्योग यहां की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इस तरह के झटके से हजारों लोगों की आजीविका पर संकट आ सकता है।

अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन और सरकार इस स्थिति से निपटने और पर्यटकों का विश्वास वापस जीतने के लिए क्या कदम उठाते हैं। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही स्थिति सामान्य होगी और नैनीताल फिर से पर्यटकों से गुलजार होगा।