इंदौर से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। एक 9वीं कक्षा की छात्रा उर्वशी, जो गर्मियों की छुट्टियों में अपने मामा के घर आई थी, मोबाइल चार्जिंग के दौरान हुई विस्फोटक दुर्घटना में अपनी जान गंवा बैठी।
कैसे हुआ हादसा
यह घटना इंदौर जिले के चंद्रावतीगंज थाना क्षेत्र की है। शुक्रवार की शाम उर्वशी नाम की किशोरी अपने मोबाइल को चार्जिंग पर लगाकर बातचीत कर रही थी। इसी दौरान अचानक फोन की बैटरी में जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना भयानक था कि छात्रा के चेहरे, कान और जबड़े पर गंभीर चोटें आईं। परिजनों ने तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उर्वशी को मृत घोषित कर दिया।
उर्वशी कौन थी
सांवेर तहसील के सिमरोल गांव निवासी उर्वशी 9वीं कक्षा की छात्रा थी। उसके पिता जितेंद्र चौधरी एक होम्योपैथिक डॉक्टर हैं। छुट्टियों में वह अपने ननिहाल, चंद्रावतीगंज, आई हुई थी। उर्वशी की चीख सुनते ही मामा-मामी दौड़े और उसे तुरंत अस्पताल लेकर भागे। पहले उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया, फिर हालत बिगड़ने पर सांवेर के सिविल अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया है।
फोन फटने के पीछे की वजह क्या रही
फोन विशेषज्ञों और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चार्जिंग के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल करने से उसकी बैटरी अधिक गर्म हो जाती है। मौजूदा समय में भीषण गर्मी की वजह से यह खतरा और बढ़ जाता है। यही वजह मानी जा रही है कि फोन की बैटरी में ब्लास्ट हुआ।
क्या कहते हैं टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट
मोबाइल विशेषज्ञों की मानें तो चार्जिंग के दौरान फोन का इस्तेमाल करना बैटरी पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे ओवरहीटिंग होती है और बैटरी फटने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। यह खतरा खासकर उन फोन में ज्यादा होता है जो न तो ब्रांडेड होते हैं और न ही जिनमें BIS (Bureau of Indian Standards) प्रमाणित बैटरी होती है।