उत्तराखंड की राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए महिला और युवक मंगल दलों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाया है। अब ये दल केवल सामाजिक कार्यों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि स्वरोजगार के जरिए अपने भविष्य को आर्थिक रूप से मजबूत कर सकेंगे।
युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या की अध्यक्षता में सोमवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक के बाद मंत्री ने बताया कि प्रदेश में सक्रिय 7,000 से अधिक मंगल दलों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रस्ताव मांगे जाएंगे। स्वीकृत प्रस्तावों को राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाएगी।
एक हफ्ते में तैयार होगा विस्तृत प्रस्ताव
रेखा आर्या ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव तैयार कर सरकार को सौंपें, ताकि योजना को जल्द से जल्द धरातल पर उतारा जा सके। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को स्वावलंबी बनाना और स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाना है।
खेल महाकुंभ की तैयारियों पर भी जोर
मंत्री रेखा आर्या ने आगामी खेल महाकुंभ 2025 की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से तैयारियों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, जिससे अगली समीक्षा बैठक में प्रगति का आकलन किया जा सके।
चारधाम यात्रा में तैनात जवानों को मिलेंगी विशेष सुविधाएं
बैठक में एक और अहम फैसला लिया गया – चारधाम यात्रा में तैनात पीआरडी जवानों को विशेष सुविधाएं दी जाएंगी। समुद्र तल से ऊंचाई पर ड्यूटी करने वाले जवानों को अब जूते, जैकेट, रेनकोट और वाटरप्रूफ टेंट मुहैया कराए जाएंगे। इसके लिए सभी जिलों के युवा कल्याण अधिकारियों से सुझाव भी मांगे गए हैं।