चारधाम यात्रा के दौरान एक और हेलिकॉप्टर हादसा टल गया.
केदारनाथ जा रहे एक हेलिकॉप्टर को तकनीकी खराबी के चलते बड़ासू क्षेत्र में हाइवे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. हेलिकॉप्टर में पांच श्रद्धालु, पायलट और सह-पायलट सवार थे. घटना में किसी की जान नहीं गई, हालांकि सह-पायलट को हल्की चोटें आई हैं.
हेलिकॉप्टर ने सिरसी से उड़ान भरी थी और कुछ ही देर बाद पायलट को तकनीकी खराबी का संदेह हुआ. गंभीर स्थिति को भांपते हुए पायलट ने समय रहते सूझबूझ दिखाते हुए बड़ासू क्षेत्र में सड़क पर सुरक्षित लैंडिंग कराई. सड़क पर मौजूद वाहनों को तुरंत रोका गया और स्थानीय प्रशासन तथा पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
डीजीसीए को भेजी गई रिपोर्ट
यूकाडा (यूथ केदारनाथ चारधाम एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी) की सीईओ सोनिका ने जानकारी दी कि घटना की रिपोर्ट नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को भेज दी गई है. उन्होंने बताया कि यह एक एहतियाती लैंडिंग थी और सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं.
चारधाम यात्रा में लगातार हो रहे हादसे
गौरतलब है कि बीते एक महीने में यह तीसरी हेलिकॉप्टर संबंधी घटना है. मई में गंगोत्री धाम के पास गंगनानी क्षेत्र में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. इसके अलावा केदारनाथ में लैंडिंग के दौरान एक हेली एम्बुलेंस भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
श्रद्धालुओं की संख्या तो काफी है लेकिन स्वास्थ्य चिंताएं भी
चारधाम यात्रा इस समय अपने चरम पर है. अब तक लाखों श्रद्धालु देश और विदेश से आ चुके हैं. प्रशासन के अनुसार, अब तक यात्रा के दौरान 80 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिनमें अधिकतर बुजुर्ग और पूर्व-रोगी शामिल हैं. उत्तराखंड सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार स्वास्थ्य जांच और सतर्कता बढ़ाने के प्रयास में जुटे हैं.
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे हैं सवाल
लगातार हो रहे हेलिकॉप्टर हादसे अब चारधाम यात्रा की हवाई सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं. जहां एक ओर पायलटों की सूझबूझ से बड़े हादसे टल रहे हैं, वहीं तकनीकी जांच और सख्त मानकों की आवश्यकता भी महसूस की जा रही है