‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ आतंकियों के ठिकानों पर कहर बनकर नहीं टूटा, बल्कि इसने पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को भी पलभर में राख कर दिया है। हमारी वायुसेना ने वो कर दिखाया है, जिसकी दुश्मन सपने में भी कल्पना नहीं कर सकता था, तो आप दिल थाम लीजिए, क्योंकि हम आपको बताने वाले हैं भारत के उन अभेद्य हवाई कवच की ताकत, जिसने पाकिस्तान के हर हवाई हमले को हवा में ही फुस्स कर दिया…..
कायराना आतंकी हमले का भारत ने करारा जवाब दिया
पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का भारत ने करारा जवाब दिया है – ‘ऑपरेशन सिंदूर’! इस ऑपरेशन में हमारे जांबाज सैनिकों ने न सिर्फ मोस्ट वांटेड आतंकियों के ठिकानों को धूल चटाई, बल्कि पाकिस्तानी सेना को भी ऐसा सबक सिखाया है जिसे वो सदियों तक नहीं भूलेगा, 7 और 8 मई 2025 की रात पाकिस्तान ने कायराना हरकत करते हुए जम्मू कश्मीर, राजस्थान, पंजाब और गुजरात के 15 शहरों और सैन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ ड्रोन और मिसाइल अटैक किए। लेकिन… लेकिन यहां पिक्चर पूरी तरह पलट गई।
पाकिस्तान के हर हमले को पलक झपकते ही आसमान में निष्क्रिय कर दिया
हमारी वायुसेना का लोहा मानो आसमान में अभेद्य दीवार बनकर खड़ा हो गया, भारत के पास मौजूद अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के हर एक हमले को पलक झपकते ही आसमान में निष्क्रिय कर दिया, ये सिर्फ हमारी सेना का शौर्य नहीं है, बल्कि हमारे सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम की अचूक शक्ति का प्रदर्शन है, तो चलिए, बिना किसी देरी के जानते हैं, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम में शामिल उन ब्रह्मास्त्रों के बारे में, जिनकी ताकत के आगे दुश्मन थर-थर कांपता है।
आकाश – आसमान का रखवाला, ये स्वदेशी मिसाइल सतह से हवा में लंबी दूरी के लक्ष्यों को पलक झपकते ही निशाना बना सकती है। ड्रोन हो, फाइटर जेट हो या फिर कोई क्रूज मिसाइल, आकाश सबको खाक करने की क्षमता रखता है। हर लांचर में तीन मिसाइलें होती हैं, और हर मिसाइल 20 फीट लंबी और 710 किलो वजनी है। ‘फायर एंड फॉरगेट’ मोड में काम करने वाली ये ऑटोमैटिक मिसाइल रियल-टाइम में मल्टी-सेंसर डेटा प्रोसेस करती है और खतरे का सटीक आकलन करती है। दुश्मन के लिए ये साक्षात काल है।
MRSAM मिसाइल- हवा में दुश्मन का संहारक है। इस मीडियम रेंज सर्फेस टू एयर मिसाइल को भारत के डीआरडीओ और इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्री ने मिलकर बनाया है, इसकी मारक क्षमता 0 से 100 किलोमीटर तक है। ये दुश्मन के ड्रोन, एयरक्राफ्ट, गाइडेड हथियार और सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों को धूल चटाने में माहिर है। डेडिकेटेड रडार के सपोर्ट से ये अकेला फायरिंग यूनिट एक साथ 16 टारगेट पर 24 मिसाइलें दाग सकता है। इस सुपरसोनिक मिसाइल में ऐसा सीकर लगा है, जो दुश्मन के हवाई खतरे को ढूंढकर पलभर में नष्ट कर देता है।
ZSU-23-4 शिल्का – ये सोवियत जमाने की ऑटोमैटिक 23 मिमी तोप है, जिसे भारत ने अपग्रेड करके और भी खतरनाक बना दिया है, इसमें चार बंदूकें हैं, जो 20 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को ट्रैक कर एक मिनट में 3400 राउंड गोलियां दाग सकती हैं। ये 2.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक के हेलीकॉप्टर और ड्रोन को मार गिराने वाला एक सेल्फ-प्रोपेल्ड हथियार है। रडार से लैस टॉवर लो-फ्लाइंग एयरक्राफ्ट या ड्रोन की आहट मिलते ही धुआंधार गोलाबारी शुरू कर देता है। दुश्मन के लो-एल्टीट्यूड अटैक की तो ये बैंड बजा देता है।
एल-70 गन – स्वीडन की बोफोर्स कंपनी द्वारा डेवलप की गई ये 40 मिमी एंटी-एयरक्राफ्ट गन इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर और ऑटो-ट्रैकिंग सिस्टम से लैस है। ये 4 किलोमीटर तक प्रति मिनट 240 से 330 राउंड फायर कर सकती है। 2017 में हुए अपग्रेडेशन के बाद इसमें डिजिटल फायर कंट्रोल सिस्टम, ऑटोमैटिक टारगेट ट्रैकिंग रडार और नाइट फायरिंग जैसी क्षमताएं आ गई हैं। पाकिस्तान के स्वार्म ड्रोन हमलों को रोकने में ये पूरी तरह से सक्षम है। दुश्मन का कोई भी झुंड इसके आगे टिक नहीं सकता।
S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ – और अब बात करते हैं उस ब्रह्मास्त्र की, जिसका नाम सुनते ही दुश्मन कांप उठता है – S-400! ये एयर डिफेंस सिस्टम 600 किलोमीटर दूर से आने वाले किसी भी हवाई हमले को डिटेक्ट कर सकता है और उसे बेअसर कर सकता है। स्ट्रेटेजिक बॉम्बर हो, इलेक्ट्रिक वॉरफेयर प्लेन हो, फाइटर एयरक्राफ्ट हो या फिर बैलिस्टिक मिसाइल, S-400 सबको 400 किलोमीटर दूर से ही मार गिराने की क्षमता रखता है, इसमें 8 लॉन्च व्हीकल हैं और हर लॉन्चर में 4 मिसाइल ट्यूब। यानी एक साथ 32 मिसाइलें दागी जा सकती हैं, रूस में निर्मित इस मिसाइल का पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार इस्तेमाल किया गया है, और इसने साबित कर दिया कि भारत का आसमान अब पूरी तरह से सुरक्षित है।
तो ये है भारत का वो अभेद्य हवाई कवच, जिसने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के हर नापाक हमले को मिट्टी में मिला दिया। हमारी सेना ने दिखा दिया है कि भारत की ओर आंख उठाने वालों की क्या हश्र होगा। ये सिर्फ एक ऑपरेशन की सफलता नहीं है, बल्कि ये नए भारत की ताकत का प्रदर्शन है, अगर आपको ये रिपोर्ट पसंद आई हो तो शेयर जरूर करें।