जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हालिया आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड प्रशासन ने चारधाम यात्रा मार्ग, विशेष रूप से केदारनाथ धाम, को अभेद्य सुरक्षा घेरे में ले लिया है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सोनप्रयाग से लेकर केदारपुरी तक 139 सीसीटीवी कैमरों की कड़ी निगरानी लगाई गई है। बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वॉड, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और डीडीआरएफ जैसे सुरक्षा बल धाम में सक्रिय हैं।
मंदिर क्षेत्र में ड्रोन-वीडियो पर पाबंदी
धाम में मंदिर से 30 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार की वीडियोग्राफी, विशेषकर ब्लॉगर्स और यूट्यूबर्स के लिए, प्रतिबंधित कर दी गई है। यह निर्देश सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है। अगर कोई इसका उल्लंघन करता है तो त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
धार्मिक आस्था के संग सुरक्षा का संतुलन
उत्तराखंड पुलिस ने पहलगाम हमले के बाद यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। 1000 से अधिक जवान यात्रा मार्ग पर तैनात हैं। सोनप्रयाग से मंदिर तक हर गतिविधि पर कलेक्ट्रेट के कंट्रोल रूम से सीधा नजर रखा जा रहा है। जिलाधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
दर्शन की सुविधा और अनुशासन
इस बार केदारनाथ में दर्शन के लिए यात्रियों को टोकन सिस्टम से गुज़रना होगा, जिससे अनावश्यक भीड़ और अव्यवस्था न हो। हर घंटे के स्लॉट के हिसाब से दर्शन होंगे और लाइन में खड़े यात्रियों को गर्म पानी जैसी मूलभूत सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। प्रशासन का प्रयास है कि हर श्रद्धालु को समय पर दर्शन का अवसर मिले।
30 हजार यात्रियों की ठहरने की व्यवस्था
जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने जानकारी दी कि केदारनाथ और इसके आसपास के क्षेत्रों में लगभग 30 हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। गढ़वाल मंडल विकास निगम के कॉटेज, स्थानीय लोगों के टेंट कॉलोनी, लॉज, होटल इत्यादि में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
हेलीकॉप्टर सेवा भी चालू
कपाट खुलने के दिन से ही हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कर दी गई है। हालांकि, मौसम की चुनौती अभी भी बनी हुई है। खराब मौसम के कारण हेली सेवाएं रुक-रुक कर चल रही हैं, जिससे यात्रियों को थोड़ी असुविधा हो रही है।
10 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों की मौजूदगी
केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही पहले दिन 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर पहुंचे। यह संख्या दिन चढ़ने के साथ और भी बढ़ने की संभावना है। इसके मद्देनज़र प्रशासन ने पर्याप्त भोजन, आवास और स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित की हैं।
रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, ऐसे करें पंजीकरण
चारधाम यात्रा पर जाने से पहले सभी श्रद्धालुओं को ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी यात्री को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वेबसाइट: registrationandtouristcare.uk.gov.in
मोबाइल ऐप: Tourist Care Uttarakhand
हेली टिकट बुकिंग: heliyatra.irctc.co.in
टोल फ्री नंबर: 0135-1364 (24×7 सहायता)
केदारनाथ यात्रा इस बार पूरी तरह हाई अलर्ट मोड में शुरू हुई है। श्रद्धालुओं को न केवल दर्शन का बेहतर अनुभव मिल रहा है बल्कि सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम उन्हें आत्मविश्वास भी दे रहे हैं।