उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में आज सुबह एक हृदयविदारक घटना घटी, जिसमें एक निजी हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से छह लोगों की जान चली गई। यह दर्दनाक हादसा गंगनानी के समीप हुआ, जब हेलीकॉप्टर सहस्त्रधारा (देहरादून) से खरसाली (उत्तरकाशी) की ओर उड़ान भर रहा था। मृतकों में मुंबई, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और गुजरात के श्रद्धालु शामिल हैं, जबकि एक यात्री गंभीर रूप से घायल है।
यह हेलीकॉप्टर एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का था, जिसका पंजीकरण संख्या वीटी-ओएक्सएफ है। सुबह करीब नौ बजे, उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद, हेलीकॉप्टर गंगनानी क्षेत्र के घने जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे की खबर फैलते ही स्थानीय पुलिस, सेना के जवान, राज्य आपदा प्रबंधन दल (sdrf), 108 एंबुलेंस, तहसील प्रशासन और अन्य बचाव दल तुरंत घटनास्थल की ओर रवाना हुए। दुर्घटनास्थल एक दुर्गम क्षेत्र बताया जा रहा है, जहां हेलीकॉप्टर लगभग 200 से 250 मीटर गहरी खाई में जा गिरा था। बचाव टीमों को शवों और घायल व्यक्ति तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। अथक प्रयासों के बाद, टीमों ने मृतकों और घायल यात्री को खाई से निकाला।
इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई, उनकी पहचान इस प्रकार है:
1-कला सोनी (61 वर्ष), मुंबई निवासी
2-विजया रेड्डी (57 वर्ष), मुंबई निवासी
3-रुचि अग्रवाल (56 वर्ष), मुंबई निवासी
4-राधा अग्रवाल (79 वर्ष), उत्तर प्रदेश निवासी
5-वेदवती कुमारी (48 वर्ष), आंध्र प्रदेश निवासी
6-रॉबिन सिंह (60 वर्ष), गुजरात निवासी – जो हेलीकॉप्टर के पायलट थे।
इस हादसे में मस्तू भास्कर (51 वर्ष), आंध्र प्रदेश के निवासी, गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल प्राथमिक उपचार दिया गया और बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से एम्स ऋषिकेश ले जाने की व्यवस्था की जा रही है। जिला प्रशासन ने इस दुखद घटना की पुष्टि कर दी है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
चारधाम यात्रा के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़
उत्तरकाशी जिला, जिसमें यमुनोत्री और गंगोत्री जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थल स्थित हैं, वर्तमान में चारधाम यात्रा के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का सामना कर रहा है। इस व्यस्त समय में हुई यह दुर्घटना और भी अधिक दुखद है। प्रारंभिक आशंका जताई जा रही है कि खराब मौसम इस हादसे का एक संभावित कारण हो सकता है। हालांकि, दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी।
इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन और अन्य संबंधित अधिकारियों को घायल यात्री को हर संभव सहायता प्रदान करने और मृतकों के परिवारों तक पहुंचने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं भी व्यक्त की हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में हवाई यात्रा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं
यह दुर्घटना एक बार फिर पर्वतीय क्षेत्रों में हवाई यात्रा की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ाती है। हालांकि हेलीकॉप्टर सेवाएं चारधाम यात्रा जैसे दुर्गम स्थलों तक पहुंचने का एक महत्वपूर्ण साधन हैं, लेकिन इस तरह के हादसे यात्रियों और उनके परिवारों को गहरा सदमा पहुंचाते हैं। अधिकारियों से उम्मीद की जाती है कि वे इस दुर्घटना के कारणों की गहन जांच करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे। इस दुख की घड़ी में, सभी की संवेदनाएं मृतकों के परिवारों और घायल व्यक्ति के साथ हैं।