उत्तराखंड के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। प्रदेश की बिजली वितरण कंपनी UPCL (उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड Uttarakhand Power Corporation Limited) ने फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट (FPPCA) के तहत बिजली की दरों में औसतन 89 पैसे प्रति यूनिट की कमी की घोषणा की है। इस फैसले का सीधा लाभ राज्य के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को मई महीने के आने वाले बिल में मिलेगा।
यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में बिजली खरीदने के लिए जो दर निर्धारित की गई थी, निगम ने मार्च महीने में बिजली बाजार से उससे भी कम दरों पर बिजली खरीदी है। एफपीपीसीए के नियमों के अनुसार, बिजली खरीद की लागत में आई इस कमी का लाभ अब उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है।
कुल 101 करोड़ रुपये की छूट का आदेश जारी
कंपनी की ओर से FPPCA के तहत कुल 101 करोड़ रुपये की छूट का आदेश जारी कर दिया गया है, जो प्रति यूनिट औसतन 89 पैसे बैठता है। इससे पहले भी यूपीसीएल उपभोक्ताओं को FPPCA के तहत बिजली दरों में छूट का लाभ देता रहा है। जुलाई में 30 पैसे, अगस्त में 52 पैसे, सितंबर में 23 पैसे, अक्टूबर में 70 पैसे, नवंबर में 88 पैसे, दिसंबर में 85 पैसे और मार्च महीने में 1.19 रुपये प्रति यूनिट की छूट उपभोक्ताओं को पहले ही मिल चुकी है। अब इस नई छूट से उपभोक्ताओं को और भी राहत मिलेगी।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है और बिजली की खपत बढ़ने लगी है। ऐसे में बिजली दरों में कमी उपभोक्ताओं के वित्तीय बोझ को कुछ हद तक कम करने में सहायक होगी। अलग-अलग उपभोक्ता श्रेणियों के लिए यह छूट अलग-अलग निर्धारित की गई है, जिसका विवरण इस प्रकार है:
उपभोक्ता श्रेणी प्रति यूनिट छूट (पैसे में)
घरेलू 26 से 71
अघरेलू 103
गवर्नमेंट पब्लिक यूटिलिटी 97
प्राइवेट ट्यूबवेल 31
कृषि गतिविधियां 44 से 51
एलटी इंडस्ट्री 95
एचटी इंडस्ट्री 95
मिक्स लोड 89
रेलवे ट्रैक्शन 89
ईवी चार्जिंग स्टेशन 89
अन्य निर्माण के लिए अस्थायी आपूर्ति 110
खपत और उपयोग के आधार पर अलग-अलग दरों पर छूट का लाभ मिलेगा
इस तालिका से स्पष्ट है कि विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं को उनकी खपत और उपयोग के आधार पर अलग-अलग दरों पर छूट का लाभ मिलेगा। सबसे अधिक लाभ अघरेलू और अन्य निर्माण के लिए अस्थायी आपूर्ति वाले उपभोक्ताओं को मिलेगा, जबकि घरेलू उपभोक्ताओं को भी उनकी खपत के अनुसार राहत मिलेगी।
अब उपभोक्ताओं को मई के बिजली बिल का इंतजार रहेगा
यूपीसीएल के इस कदम से राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को निश्चित रूप से राहत महसूस होगी। बिजली की दरों में यह कमी ऐसे समय में आई है जब महंगाई आम आदमी की जेब पर भारी पड़ रही है। यह फैसला न केवल उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करेगा, बल्कि यह सरकार और बिजली विभाग की उपभोक्ता-हितैषी नीतियों को भी दर्शाता है। अब उपभोक्ताओं को मई के बिजली बिल का इंतजार रहेगा, जिसमें उन्हें इस राहत का प्रत्यक्ष अनुभव होगा। यह खबर उत्तराखंड के आम नागरिकों के लिए एक सुखद संदेश लेकर आई है।