रुद्रपुर-हरिद्वार हाईवे पर मंगलवार तड़के एक बड़ा हादसा टल गया, जब एक रोडवेज बस के चालक को अचानक दिल का दौरा पड़ गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे धान के खेत में जा घुसी। हादसा रुद्रपुर के पास कन्टोपा और जाफरपुर गांव के बीच हुआ। गनीमत रही कि बस पलटी नहीं और सभी 28 यात्री सुरक्षित बच गए।
बस रुद्रपुर डिपो की यूपी 08 पीए 2369 नंबर की थी, जो हरिद्वार से यात्रियों को लेकर सुबह 3 बजे रवाना हुई थी। बस जब जाफरपुर के पास पहुंची, तो चालक गुरविंदर सिंह को अचानक सीने में तेज दर्द उठा और वह वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। बस सड़क से उतरकर करीब 30 फीट दूर एक खेत में जाकर रुकी।
यात्रियों में मचा अफरा-तफरी
बस के खेत में घुसते ही उसमें बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग घबराकर खिड़कियों से बाहर कूदने लगे, जबकि कुछ को समझ नहीं आया कि हुआ क्या। हालांकि बस पलटी नहीं और गंभीर टक्कर भी नहीं हुई, जिससे किसी को चोट नहीं लगी। यात्रियों ने बताया कि बस झटके से रुकी और फिर चालक सीट पर बेहोश हो गया।
मौके पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ ने दी मदद
संयोगवश बस में एक निजी अस्पताल की नर्सिंग स्टाफ भी यात्रा कर रही थी, जिन्होंने स्थिति को संभालते हुए बेहोश चालक को प्राथमिक चिकित्सा दी। मौजूद यात्रियों और परिचालक महेश चंद्र की मदद से चालक को बाहर निकाला गया और तुरंत पास के निजी अस्पताल भिजवाया गया।
परिचालक महेश चंद्र ने बताया, “बस में कुल 28 यात्री सवार थे। जब यह हादसा हुआ, हम कन्टोपा पार कर रहे थे। गनीमत रही कि कोई दूसरी गाड़ी आसपास नहीं थी और खेत की मिट्टी नरम होने के कारण झटका ज्यादा गंभीर नहीं हुआ।”
दूसरी बस से यात्रियों को भेजा गंतव्य
हादसे की सूचना मिलते ही रुद्रपुर डिपो की एक दूसरी बस मौके पर पहुंची और यात्रियों को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया। डिपो प्रबंधन ने चालक के इलाज की जिम्मेदारी ली है और उसके परिवार को सूचना दे दी गई है।
प्रशासन ने की तत्परता से मदद
स्थानीय पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। खेत के मालिक ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति समझी और कोई आपत्ति नहीं जताई। अधिकारी ने कहा कि ड्राइवर की स्थिति स्थिर है और अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।
यह घटना एक बार फिर से सार्वजनिक परिवहन में चालकों के स्वास्थ्य परीक्षण की अनिवार्यता को रेखांकित करती है। यात्री भी बस स्टाफ की तत्परता और नर्सिंग स्टाफ की मदद से राहत की सांस लेते दिखे।