राज्य की राजधानी देहरादून में एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है. बीते कुछ दिनों से जिले में कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं. सोमवार को जिले में संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए हैं, वहीं मंगलवार को एक और मामला जुड़ गया है. इन मामलों के साथ अब तक जिले में कुल 17 संक्रमित केस दर्ज हो चुके हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग स्थिति को नियंत्रण में बता रहा है, लेकिन बढ़ती ठंडक और मौसम में आई नमी ने विभाग की चिंता बढ़ा दी है.
एम्स की नर्सिंग अधिकारी संक्रमित, यात्रा से लौटते ही बिगड़ी तबीयत
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को जो तीन मामले सामने आए हैं, उनमें पहला केस एम्स ऋषिकेश की 27 वर्षीय नर्सिंग अधिकारी का है. बताया गया कि वह हाल ही में केदारनाथ यात्रा से लौटी थीं. यात्रा के कुछ दिनों बाद उन्हें बुखार, खांसी और गले में खराश की शिकायत हुई. एहतियात के तौर पर उनकी कोविड जांच कराई गई, जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. उन्हें तुरंत आइसोलेशन में रखा गया है और संपर्क में आए अन्य व्यक्तियों की ट्रेसिंग की जा रही है.
निजी लैब से जांच कराई, रिपोर्ट आई पॉजिटिव
दूसरा मामला देहरादून की भगत सिंह कॉलोनी का है, जहां 50 वर्षीय एक महिला को पिछले कुछ दिनों से तबीयत खराब थी. उन्होंने खुद निजी लैब में जाकर कोविड टेस्ट कराया, जिसकी रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई. स्वास्थ्य विभाग ने महिला के संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है और उन्हें आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं.
बिना ट्रैवल हिस्ट्री वाला मामला भी सामने आया
तीसरा मामला चंद्रबनी क्षेत्र के एक पुरुष का है, वहीं मंगलवार को एक और संक्रमित मरीज मिला है जो मांडुवाला का निवासी और सीआईएसएफ का जवान है. 39 वर्षीय इस जवान की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. तबीयत खराब होने पर उन्होंने ग्राफिक एरा अस्पताल में कोविड टेस्ट कराया, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आई. फिलहाल उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है.
अब तक 17 मामले, 2 मरीज उपचाराधीन
देहरादून जिले में अब तक कुल 17 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से 9 लोग पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं, जबकि 6 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं. वर्तमान में दो मरीजों का उपचार चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, अब तक संक्रमण का फैलाव सीमित है और दैनिक पॉजिटिविटी दर शून्य के आसपास बनी हुई है.
मौसम बना संक्रमण का सहायक
पिछले कुछ दिनों से दून में हो रही रुक-रुककर बारिश और मौसम में आई हल्की ठंड ने वायरस जनित रोगों के लिए अनुकूल परिस्थितियां उत्पन्न कर दी हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के मौसम में खासकर कोविड-19 जैसे वायरस का प्रसार तेज़ी से हो सकता है. तापमान में उतार-चढ़ाव और हवा में बढ़ी नमी लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करती है, जिससे वे आसानी से संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं.
क्या रखें ध्यान?
स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, बल्कि सावधानी और सतर्कता बरतें. इसके लिए निम्नलिखित उपाय जरूरी बताए गए हैं:
- मास्क का प्रयोग करें: विशेषकर अस्पताल, बाजार या सार्वजनिक स्थलों पर मास्क अवश्य पहनें.
- स्वच्छता बनाए रखें: नियमित रूप से हाथ धोना और सैनिटाइज़र का उपयोग करना जरूरी है.
- सामाजिक दूरी बनाए रखें: भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें और दूसरों से उचित दूरी बनाए रखें.
- लक्षणों को न करें नजरअंदाज: खांसी, बुखार या गले में खराश जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं.
- रुमाल या टिशू का प्रयोग करें: खांसते और छींकते समय मुंह व नाक को ढकें.
देहरादून में कोरोना के मामले भले ही फिलहाल सीमित हैं, लेकिन बदलते मौसम और लोगों की लापरवाही से संक्रमण का खतरा फिर से सिर उठा सकता है. ऐसे में ज़रूरत है जागरूकता और संयम की. कोरोना भले ही अब महामारी की शक्ल में न रहा हो, लेकिन यह पूरी तरह गया भी नहीं है. मास्क, दूरी और स्वच्छता—अब भी वही तीन मंत्र हैं जो हमें सुरक्षित रख सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग की अपील भी यही है—“घबराएं नहीं, मगर लापरवाही भी न करें.”