देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 4 दोस्तों की मौत हो गई। तेज रफ्तार वर्ना कार एक डंपर में जा घुसी, जिससे कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद शवों को बाहर निकालने में करीब 5 घंटे का समय लगा, क्योंकि कार बुरी तरह पिचक गई थी और खिड़कियों को काटकर शवों को निकालना पड़ा। सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए महेंद्रगढ़ के सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में हुए इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले चार दोस्तों में गुरुग्राम के गांव सिकोपुर के गौरव और सचिन, पंचगांव के कंवरपाल और उत्तर प्रदेश के शामली के सचिन शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, मृतक सचिन गुरुग्राम में एक जिम चलाता था। यह हादसा उन चार परिवारों के लिए गहरा सदमा लेकर आया है जिन्होंने अपने युवा सदस्यों को खो दिया है।
कुआं पूजन कार्यक्रम से लौट रहे थे दोस्त
जांच अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि ये चारों दोस्त गुरुग्राम से महेंद्रगढ़ जिले के गांव नीमहेड़ा में एक कुआं पूजन कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। गौरव की बुआ की लड़की के यहां यह कार्यक्रम था। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद रात करीब 2 बजे चारों वर्ना गाड़ी में सवार होकर वापस गुरुग्राम जा रहे थे। नियति को कुछ और ही मंजूर था और उनकी यह यात्रा बीच में ही समाप्त हो गई।
हादसे का कारण: ड्राइवर ने खोया नियंत्रण
पुलिस के अनुसार, यह हादसा उन्हानी गांव के पास नहर के नजदीक हुआ। जांच अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर रोड टूटा हुआ है और वहां बड़ी-बड़ी टाइलें लगी हुई हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि कार ड्राइवर ने इन टाइलों के पास नियंत्रण खो दिया और आगे चल रहे एक डंपर में जा घुसी। टक्कर इतनी भीषण थी कि चारों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। कार की स्थिति देखकर हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
खिड़कियां काटकर निकाले गए शव
हादसे के बाद वर्ना कार डंपर में बुरी तरह फंस गई थी और उसके परखच्चे उड़ गए थे। सबसे पहले क्रेन की मदद से कार को डंपर से अलग किया गया। इसके बाद, चूंकि कार बुरी तरह पिचक चुकी थी, बचाव दल को कार की खिड़कियों को काटना पड़ा ताकि अंदर फंसे शवों को बाहर निकाला जा सके। यह एक लंबा और चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन था जिसमें लगभग 5 घंटे का समय लगा। मौके से मिले आधार कार्डों के जरिए ही मृतकों की पहचान हो पाई, क्योंकि शरीर भी बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे।