उत्तराखंड के देहरादून के एक परिवार पर कर्ज का ऐसा बोझ पड़ा कि हरियाणा के पंचकूला में उन्होंने एक साथ मौत को गले लगा लिया। सोमवार (26 मई) देर रात हुई इस दर्दनाक घटना में एक ही परिवार के सात सदस्यों ने अपनी जान ले ली। यह मामला पंचकूला के सेक्टर-27 का है, जहां एक गाड़ी के भीतर सभी शव मिले। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिससे शुरुआती जांच में कर्ज को ही इस सामूहिक आत्महत्या का कारण माना जा रहा है।
पंचकूला में दिल दहला देने वाला मामला
पंचकूला के सेक्टर-27 में सोमवार देर रात हुई इस घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। रात 11 बजे डायल 112 पर पुलिस को सूचना मिली कि एक गाड़ी में बैठे कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जिन्होंने कथित तौर पर जहर खा लिया है। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। गाड़ी में छह लोग बेसुध हालत में पाए गए, जिन्हें तुरंत सेक्टर 26 स्थित ओजस अस्पताल ले जाया गया। कुछ ही देर में सातों लोगों की मौत हो गई। सातवां सदस्य सेक्टर 6 के सरकारी अस्पताल में मृत घोषित किया गया। यह उत्तराखंड के देहरादून का परिवार था, जो कुछ सालों से पंचकूला में किराए के मकान में रह रहा था।
कर्ज का दलदल बना मौत की वजह
शुरुआती पुलिस जांच और सूत्रों के मुताबिक परिवार ने कर्ज के भारी बोझ से परेशान होकर यह भयावह कदम उठाया। परिवार के मुखिया प्रवीण मित्तल ने कुछ समय पहले देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का कारोबार शुरू किया था, जिसमें उन्हें भारी घाटा हुआ। इसी घाटे और कर्ज के दबाव ने उन्हें, उनकी पत्नी, उनके बुजुर्ग माता-पिता और तीन बच्चों को एक साथ मौत को गले लगाने पर मजबूर कर दिया।
सुसाइड नोट और पुलिस की जांच
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जो इस मामले की आगे की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पंचकूला के डीसीपी हिमाद्री कौशिक और डीसीपी लॉ एंड ऑर्डर अमित दहिया मौके पर पहुंचकर जांच में जुटे हैं। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से नमूने एकत्रित किए हैं। डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने बताया कि पूरे परिवार ने आत्महत्या की है और सभी की पहचान कर ली गई है। पुलिस की टीमें सामूहिक आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही हैं और परिवार के अन्य सदस्यों को घटना की सूचना दे दी गई है। पूरे मामले की गहराई से जांच की जाएगी।
बागेश्वर धाम की कथा से लौटते समय हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, पंचकूला में इन दिनों बागेश्वर धाम की हनुमंत कथा का आयोजन हो रहा था। प्रवीण मित्तल अपने परिवार सहित इस कथा में शामिल होने गए थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद देहरादून वापस जाते हुए परिवार ने यह आत्मघाती कदम उठाया। इस दुखद घटना ने कर्ज के बोझ और मानसिक तनाव के गंभीर परिणामों को एक बार फिर उजागर किया है।