उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए 1 जून, 2025 को खोल दी जाएगी। इस साल से पर्यटकों की सुविधा के लिए एक बड़ा बदलाव किया गया है: अब फूलों की घाटी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण भी शुरू हो गए हैं। पिछले साल तक केवल ऑफलाइन पंजीकरण की ही व्यवस्था थी।
अभी तक 12 से अधिक ऑनलाइन पंजीकरण
फूलों की घाटी नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के अंतर्गत आती है और इसकी सभी व्यवस्थाएं पार्क प्रशासन द्वारा ही की जाती हैं। फूलों की घाटी रेंज की वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल ने बताया कि पर्यटकों ने घाटी में आने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू कर दिए हैं और अभी तक 12 से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं। ये सभी पंजीकरण जून महीने में घाटी का दीदार करने वालों ने किए हैं। पर्यटकों को निर्धारित शुल्क जमा करके अपना पंजीकरण करवाना होगा। हालांकि, जो पर्यटक ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पा रहे हैं, उनके लिए घांघरिया में ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी। इससे पर्यटकों को अपनी सुविधानुसार पंजीकरण कराने का विकल्प मिलेगा।
फूलों की घाटी अपने अद्वितीय जैव-विविधता और फूलों की हज़ारों प्रजातियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है, और हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक इसकी सुंदरता का अनुभव करने आते हैं। ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा से पर्यटकों को यात्रा की योजना बनाने में अधिक आसानी होगी।