मॉडल टाउन स्थित परीकुंज चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूट (CCI) से 16 मई को तीन नाबालिग लड़कियों के भागने का एक चौंकाने वाला CCTV फुटेज सामने आया है। फुटेज से पता चलता है कि यह पूरी घटना पूर्व नियोजित थी, जिसमें लड़कियों ने वार्डन को बाथरूम में बंद करके संस्थान से फरार होने में कामयाबी हासिल की।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि जैसे ही वार्डन बाथरूम में जाती हैं, तीनों लड़कियां तुरंत बाहर से दरवाजा बंद कर देती हैं। इसके बाद उन्होंने स्थिति का आकलन किया और बिना किसी देरी के बाहर निकल गईं। जानकारी के अनुसार इन लड़कियों ने भागने से एक दिन पहले ही अपने कपड़े और महत्वपूर्ण दस्तावेज बैग में पैक कर लिए थे। CCI की इंचार्ज की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और लड़कियों की तलाश जारी है।
इंचार्ज ने तीनों लड़कियों के अपहरण की आशंका जताई
CCI की इंचार्ज निशा देवी ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि भागी तीन नाबालिगों में से एक 16 वर्षीय लड़की मतलौडा थाना क्षेत्र से 17 मार्च को लापता हुई थी, जिसे पुलिस ने 1 अप्रैल को CCI में छोड़ा था। दूसरी 16 वर्षीय नाबालिग समालखा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है, जिसे 26 अप्रैल को पंचकूला के सेक्टर-2 से बरामद किया गया था। तीसरी नाबालिग भी मतलौडा थाना क्षेत्र के एक गांव की ही है और यह भी 16 मई को वार्डन सुरभि को गुमराह कर कमरे में बंद करके भाग गई। इंचार्ज ने तीनों लड़कियों के अपहरण की आशंका जताई है।
पंचकूला से पानीपत क्यों लाई गई किशोरी, जांच जारी
पुलिस जांच में एक महत्वपूर्ण बात सामने आई है कि समालखा थाना क्षेत्र की रहने वाली किशोरी पहले पंचकूला के CCI में रह रही थी। उसे अप्रैल में पानीपत के इस CCI में क्यों स्थानांतरित किया गया, यह एक बड़ा सवाल है। किशोरी ने अपने सौतेले पिता पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद वह पंचकूला चली गई थी और सुरक्षा कारणों से उसे वहीं के CCI में रखा गया था। ऐसे में उसे दोबारा पानीपत क्यों लाया गया, इस बिंदु पर पुलिस जांच कर रही है।
पहले भी भाग चुकी हैं लड़कियां, सुरक्षा पर सवाल
यह पहली बार नहीं है जब पानीपत के इस CCI से नाबालिग लड़कियां भागी हैं। पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कुछ समय पहले भी एक नाबालिग इसी केंद्र से फरार हो चुकी है, जिसे अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। यह घटना संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। गौरतलब है कि सुरक्षा में कमी के चलते सौंद्हापुर में इसी तरह के एक सेंटर को पहले ही रद्द किया जा चुका है।