भारत में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामलों में मामूली उछाल देखा जा रहा है, जिसने चिंता बढ़ा दी है। हांगकांग, सिंगापुर, चीन और थाईलैंड जैसे देशों में पहले से ही नई लहर देखी जा रही है, और अब भारत में भी कुछ मामले सामने आ रहे हैं। देशभर में अब तक 257 कोरोना मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
मुंबई में दो मौतें, लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं
मुंबई के केईएम अस्पताल में हाल ही में दो मरीजों की मौत ने हड़कंप मचा दिया है। इनमें एक 58 वर्षीय महिला कैंसर से पीड़ित थी, जबकि एक 13 वर्षीय किशोरी किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रही थी। हालांकि, दुखद बात यह है कि दोनों की कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मौतें उनकी पहले से मौजूद गंभीर बीमारियों के कारण हुईं, न कि सीधे कोविड से। डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को घबराने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी है।
JN.1 वैरिएंट की आहट?
यह माना जा रहा है कि मामलों में यह उछाल दक्षिण-पूर्व एशिया से आने वाले कोविड-19 वैरिएंट के कारण है। मई 2025 की शुरुआत में सिंगापुर में 14,000 से अधिक मामले देखे गए, जबकि हांगकांग और थाईलैंड में भी इसी तरह का उछाल देखा गया। भारत में तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। माना जा रहा है कि यह उछाल ओमिक्रॉन के JN.1 वैरिएंट और उसके संबंधित वंशजों के कारण है, जिसे दिसंबर 2023 में WHO ने ‘वैरिएंट ऑफ़ इंटरेस्ट’ घोषित किया था।
भारत में स्थिति नियंत्रण में, पर सावधानी ज़रूरी
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) जैसे शीर्ष स्वास्थ्य निकायों के विशेषज्ञों की बैठक में स्पष्ट किया गया है कि भारत में वर्तमान कोविड-19 स्थिति नियंत्रण में है। 19 मई, 2025 तक, भारत में कुल 257 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से अधिकांश हल्के हैं और अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।
हालांकि, स्थिति नियंत्रण में है, पर विशेषज्ञों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें, नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें। बच्चों, बुजुर्गों, कैंसर और मधुमेह के रोगियों को विशेष रूप से सतर्क रहने और कोविड प्रभावित देशों की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।