देश के कई हिस्सों में मॉनसून पूर्व की गतिविधियां तेज़ हो गई हैं, जिससे कई राज्यों में झमाझम बारिश (heavy rain) का अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक दक्षिण, मध्य और पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। इस बारिश ने कहीं राहत दी है, तो कहीं इसने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, जैसा कि बेंगलुरु और तमिलनाडु में हुई दुखद घटनाओं से साफ है।
कर्नाटक से केरल तक तेज़ बारिश
IMD ने विशेष रूप से दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के लिए चेतावनी जारी की है। 20 से 25 मई के दौरान केरल, माहे, लक्षद्वीप और कर्नाटक में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और 30-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। वहीं, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा और तेलंगाना में भी ऐसी ही स्थिति रहेगी। कर्नाटक के लिए IMD ने रेड अलर्ट जारी किया है, जहां 25 मई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। राजधानी बेंगलुरु पहले से ही बारिश से बुरी तरह प्रभावित है। शहर में 24 घंटों के दौरान 105.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो दो वर्षों में मई महीने की सबसे अधिक बारिश है। बेंगलुरु में मंगलवार और बुधवार के लिए भी भारी बारिश का अलर्ट जारी है। 20 मई को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है।
कोंकण से मराठवाड़ा तक बारिश के आसार
पश्चिमी भारत के लिए भी मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है। अगले 7 दिनों के दौरान कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा और 30-50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल सकती हैं। वहीं, 20 से 25 मई के दौरान दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा में भारी वर्षा होने की संभावना है। 20 और 21 मई को मराठवाड़ा में भी भारी वर्षा का अनुमान है, जबकि 21 मई को कोंकण के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है, जिसके लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। 22-24 मई के दौरान गुजरात राज्य और मराठवाड़ा में भी छिटपुट वर्षा हो सकती है।
पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत : मेघ गर्जन और बारिश का अनुमान
पूर्वोत्तर भारत में अगले 7 दिनों के दौरान गरज के साथ हल्की बारिश का अनुमान है। विशेष रूप से, 20 मई को अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, त्रिपुरा, असम और मेघालय में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। पूर्वी और मध्य भारत की बात करें तो, अगले 7 दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में बारिश, गरज और आसमानी बिजली गिरने का अनुमान है। बिहार में भी 20-21 मई के दौरान ऐसा ही मौसम रहेगा। मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी अगले 7 दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहने की संभावना है। 20 से 22 मई के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा का अनुमान है।
बारिश बनी आफत: बेंगलुरु और मदुरै में दुखद घटनाएं
जहां एक ओर बारिश गर्मी से राहत दे रही है, वहीं दूसरी ओर इसने कुछ स्थानों पर गंभीर समस्याएं भी पैदा की हैं। बेंगलुरु में बीती रात हुई मूसलाधार बारिश ने काफी अफरा-तफरी मचा दी। मीको लेआउट में एक अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर से पानी निकालने की कोशिश करते समय करंट लगने से मनमोहन कामथ (63) और दिनेश (9) नामक दो लोगों की दुखद मौत हो गई। अपार्टमेंट का बिजली कनेक्शन एहतियात के तौर पर काट दिया गया है।
तमिलनाडु में दीवार ढहने से तीन की मौत
तमिलनाडु के मदुरै में भी सोमवार रात को तेज बारिश के कारण एक घर की दीवार गिर गई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। मृतकों की पहचान अम्मा पिल्लई (65), उनके पोते वीरमणि (10) और पड़ोस की महिला वेंकटटी (55) के रूप में हुई है। तीनों घटना के समय घर के दरवाजे पर बैठे थे और गंभीर रूप से घायल होने के बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। इन दुखद घटनाओं से पता चलता है कि भारी बारिश के दौरान कितनी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना और सुरक्षा उपायों का पालन करना आवश्यक है ताकि ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।