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Jammu Kashmir encounter : शोपियां में हथियारों का जखीरा बरामद, लश्कर के तीन आतंकी ढेर

दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के केलर के शुकरू वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है। 13 मई को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के केलर के शुकरू वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था। इस मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए। ऑपरेशन के बाद आज भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है, जिसमें एके-47 राइफलें, मैगजीन, ग्रेनेड और अन्य सामान शामिल हैं।

लश्कर के शीर्ष कमांडर सहित तीन आतंकी मारे गए

मंगलवार सुबह आठ बजे आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर शाहिद कुट्टे और अदनान शफी समेत तीन आतंकी मारे गए। तीसरे आतंकवादी की पहचान अहसान-उल हक शेख निवासी मुरन (पुलवामा) के रूप में हुई है।

पुलिस और सुरक्षा बलों का संयुक्त अभियान

जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार सुबह शोपियां जिले के शुक्रू केलर इलाके के जंगलों में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सेना की 20 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) और सीआरपीएफ के जवान हरकत में आ गए। उन्होंने तुरंत घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। घेरा सख्त होता देख आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसका सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया।

आतंकियों की पहचान और आपराधिक इतिहास

मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े थे। शाहिद कुट्टे शोपियां के चोटीपोरा हीरपोरा इलाके का रहने वाला था और मार्च 2023 में लश्कर में शामिल हुआ था। वह लश्कर का ए-कैटेगरी का आतंकवादी और संगठन का शीर्ष कमांडर था। कुट्टे कई आतंकी घटनाओं और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल था। अदनान शफी शोपियां के वंडुना मेलहोरा इलाके का रहने वाला था और अक्टूबर 2024 में लश्कर में शामिल हुआ था। वह सी-कैटेगरी का आतंकवादी था। अहसान उल हक शेख पुलवामा जिले के मुरन का रहने वाला था और जून 2023 में आतंकवादी बना था।

आतंकियों के ठिकाने ध्वस्त

बायसरन में 22 अप्रैल को पर्यटकों की हत्या के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया था। इस दौरान कई आतंकियों और उनके मददगारों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया। पहलगाम हमले के बाद की गई कार्रवाई में कुट्टे और शफी के घरों को भी सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया था।