पाकिस्तान की एक और शर्मनाक हरकत सामने आई है। भारत के विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश कर दिया, जिसमें उसने ननकाना साहिब पर भारत की ओर से हमले का झूठा दावा किया था।
विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिस्री ने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान न सिर्फ सीमा पर स्कूलों और धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहा है, बल्कि सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने की भी साजिश रच रहा है। उन्होंने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले के पाकिस्तानी दावे को सिरे से खारिज करते हुए इसे एक “सफेद झूठ” बताया। मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान जानबूझकर स्थिति को सांप्रदायिक रंग देना चाहता है।
उन्होंने बताया कि 7 मई की सुबह एलओसी पर भारी गोलाबारी के दौरान, पाकिस्तान की ओर से दागा गया एक गोला पुंछ में क्राइस्ट स्कूल के ठीक पीछे गिरा। दुर्भाग्य से, एक और गोला स्कूल के दो छात्रों के घर पर गिरा, जिससे उनकी जान चली गई और उनके माता-पिता घायल हो गए। विक्रम मिस्री ने चिंता जताते हुए कहा कि अगर स्कूल खुला होता तो और भी बड़ा नुकसान हो सकता था। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान गुरुद्वारों, चर्चों और मंदिरों जैसे पूजा स्थलों को लगातार निशाना बना रहा है और उन पर गोलाबारी कर रहा है।
पाकिस्तान की ये हरकतें सिर्फ निंदनीय ही नहीं, बल्कि उसकी निराशा और कायरता को भी दर्शाती हैं। एक तरफ वह धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ अपने ही नागरिकों को खतरे में डालकर भारत पर दबाव बनाने की घटिया चाल चल रहा है। इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है? क्या अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की इन हरकतों पर कड़ा संज्ञान नहीं लेना चाहिए? हमें कमेंट सेक्शन में अपनी राय जरूर बताएं।