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Car की 140 की रफ्तार : भीषण टक्कर से फटे Air Bag, पूरा परिवार खत्म, 6 की गई जान

उत्तर प्रदेश के जालौन में झांसी-कानपुर हाईवे पर एक दर्दनाक हादसे ने छह जिंदगियों को हमेशा के लिए खत्म कर दिया। लखनऊ से बेंगलुरू जा रही ब्रीजा कार चालक की एक झपकी पूरे परिवार पर कहर बनकर टूटी। कार सीमेंट लदे ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि एयरबैग खुलने के बावजूद छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में तीन महिलाएं, दो बच्चे और चालक डॉक्टर बृजेश वर्मा शामिल हैं।

हादसा बुधवार सुबह करीब 5 बजे एट थाना क्षेत्र के गिरथान गांव के पास हुआ। जानकारी के अनुसार, बृजेश वर्मा अपनी पत्नी प्रीति, दो बच्चों मानवी और कान्हा, साढ़ू अंकित, उसकी पत्नी संगीता, तीन माह की बेटी सिद्धिका और साली विनीता के साथ बेंगलुरू जा रहे थे। यात्रा की शुरुआत मंगलवार रात 11 बजे लखनऊ से हुई थी। रास्ते में उज्जैन में महाकाल के दर्शन की योजना थी, लेकिन बेंगलुरू पहुंचने से पहले ही परिवार मौत की मंज़िल तक पहुंच गया।

कार को डॉक्टर बृजेश वर्मा चला रहे थे। सुबह पांच बजे उन्हें झपकी लग गई, जिससे 140 किमी की रफ्तार से दौड़ रही कार डिवाइडर पर चढ़कर दूसरी लेन में जा घुसी। सामने से आ रहा सीमेंट लदा ट्रक करीब 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आ रहा था और उसने सीधे कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि एयरबैग खुलने के बावजूद वह फट गए और किसी की जान नहीं बच सकी।

हादसे में घायल बचे अंकित ने पुलिस को बताया कि कार में पीछे की सीट पर उनकी पत्नी संगीता तीन माह की बेटी को गोद में लेकर बैठी थीं। हादसे में मां-बेटी दोनों की मौत हो गई। वहीं, अंकित के बेटे कान्हा और भांजी मानवी को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान मानवी की भी मौत हो गई।

हादसे के तुरंत बाद पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे। गैस कटर की मदद से कार को काटकर शवों को बाहर निकाला गया। कार का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद जाम हटाया गया। परिजनों के अनुसार, डॉक्टर बृजेश होली पर अपने गांव खैरीघाट (बहराइच) आए थे और पत्नी-बच्चों को लेने वापस लौटे थे। उज्जैन में महाकाल के दर्शन के बाद सभी को बेंगलुरू लौटना था। लेकिन इस बार सफर उनका आखिरी साबित हुआ।

बृजेश की साली विनीता ने भी आखिरी समय में साथ चलने की इच्छा जताई थी। परिजनों का कहना है कि सुबह निकलने की सलाह के बावजूद डॉक्टर बृजेश रात में ही चल पड़े, जो परिवार पर भारी पड़ गया। हादसे में बचे अंकित और उनके बेटे कान्हा का इलाज कानपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर ट्रक चालक की तलाश शुरू कर दी है, जो टक्कर के बाद मौके से फरार हो गया।