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IPL में ‘चंपक’ रोबोटिक डॉग बना विवाद की जड़, BCCI पर ट्रेडमार्क उल्लंघन का केस, 2 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मौजूदा सीज़न में दर्शकों को लुभाने के लिए मैदान पर लाया गया एक रोबोटिक डॉग अब कानूनी पचड़े में फंस गया है। इस हाई-टेक रोबोट का नाम ‘चंपक’ रखा गया है, लेकिन इसी नाम को लेकर अब BCCI और आईपीएल आयोजकों पर एक बड़े कॉमिक प्रकाशक ने ट्रेडमार्क उल्लंघन का गंभीर आरोप लगाते हुए 2 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा है।

कॉमिक्स के ‘चंपक’ से भिड़ा क्रिकेट का रोबोट

दरअसल, ‘चंपक’ नाम दशकों से बच्चों की लोकप्रिय पत्रिका से जुड़ा हुआ है, जिसे पहली बार 1968 में प्रकाशित किया गया था। इस पत्रिका में ‘चंपक’ एक प्रसिद्ध पात्र है, जो बच्चों की कहानियों और नैतिक शिक्षाओं के लिए जाना जाता है। अब उसी नाम का उपयोग आईपीएल में हो रहा है, जहां यह रोबोटिक डॉग कैमरा फीचर्स और इंटरेक्शन के ज़रिये दर्शकों का मनोरंजन करता है।

दिल्ली स्थित इस प्रकाशक का आरोप है कि ‘चंपक’ नाम का इस्तेमाल बिना अनुमति के किया गया है, जिससे न केवल उनके ब्रांड की पहचान को ठेस पहुंची है बल्कि यह बच्चों और अभिभावकों के बीच भ्रम की स्थिति भी पैदा कर रहा है।

कानूनी नोटिस में क्या कहा गया

प्रकाशक की ओर से भेजे गए कानूनी नोटिस में यह दावा किया गया है कि BCCI और IPL आयोजकों ने जानबूझकर ‘चंपक’ नाम का उपयोग किया ताकि इसके स्थापित ब्रांड की लोकप्रियता का फायदा उठाया जा सके। याचिका में कहा गया है कि इससे कॉमिक पत्रिका के मूल अधिकारों का उल्लंघन हुआ है और इसके चलते न सिर्फ ब्रांड की साख प्रभावित हुई है, बल्कि उनके व्यावसायिक हितों को भी नुकसान पहुंचा है।

नोटिस में BCCI और आयोजकों से तुरंत ‘चंपक’ नाम वापस लेने, सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और ₹2 करोड़ रुपये का हर्जाना देने की मांग की गई है।

कोहली का भी नाम आया विवाद में

मामले में एक और दिलचस्प मोड़ तब आया जब याचिका में भारतीय क्रिकेट स्टार विराट कोहली का नाम भी शामिल किया गया। याचिका के मुताबिक, कोहली ने हाल ही में एक मैच के दौरान रोबोटिक डॉग के साथ बातचीत करते हुए उसे ‘चंपक’ कहकर संबोधित किया, जिससे नाम का प्रचार और ज्यादा हुआ। याचिकाकर्ता का कहना है कि इससे ब्रांड भ्रम की स्थिति बनी और IPL आयोजकों को अप्रत्यक्ष प्रमोशनल लाभ मिला।

BCCI की चुप्पी, लेकिन कानूनी सख्ती मुमकिन

अब तक BCCI की तरफ से इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, कानून विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कोर्ट में यह साबित हो गया कि ‘चंपक’ नाम का ट्रेडमार्क वास्तव में उल्लंघन हुआ है, तो BCCI को भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है और नाम वापसी भी करनी पड़ सकती है।

क्या होगा अगला कदम

यह मामला अब ट्रेडमार्क कानून और बौद्धिक संपदा अधिकारों से जुड़ा हुआ एक बड़ा उदाहरण बनता जा रहा है, जिसमें खेल और कॉमिक्स इंडस्ट्री की टक्कर सामने आई है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि BCCI इस विवाद से कैसे निपटता है और क्या ‘चंपक’ रोबोटिक डॉग का नाम बदला जाएगा या नहीं।