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ऋषिकेश में गंगा में तैरते समय बैंककर्मी की डूबने से मौत, चार दोस्तों के साथ घूमने गया था

उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक दर्दनाक घटना घटी, जब हरियाणा का एक युवक गंगा नदी में तैरने के प्रयास में डूब गया। युवक प्रदीप (34), जो एसडीएफसी बैंक में कार्यरत था, अपने चार दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था। यह घटना शनिवार रात को लक्ष्मणझूला के पास गौ घाट पर हुई, जहां प्रदीप गंगा में तैरने लगा और तेज बहाव के कारण वह पानी में डूब गया। घटना के बाद एसडीआरएफ की टीम युवक की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।

घटना का विवरण

प्रदीप, निवासी ग्राम कनोह, जिला हिसार (हरियाणा), अपने चार दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था। रात के समय यह सभी लोग लक्ष्मणझूला के पास गौ घाट पर घूम रहे थे, जहां प्रदीप ने गंगा में तैरने का फैसला किया। बताया जा रहा है कि गंगा का पानी तेज बहाव में था, और प्रदीप संतुलन खो बैठा, जिसके कारण वह गहरे पानी में डूब गया।

प्रदीप के दोस्तों ने तुरंत एसडीआरएफ को सूचित किया, और बचाव कार्य शुरू किया गया। हालांकि, रात भर की तलाश के बावजूद एसडीआरएफ को कोई सफलता नहीं मिली। सुबह से फिर से खोजबीन शुरू की गई, लेकिन अभी तक प्रदीप का कोई पता नहीं चल सका है। इस घटना के बाद प्रदीप के परिवार वाले भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं, और उनकी चिंता बढ़ गई है।

परिवार और दोस्तों का दुख

घटना के बाद प्रदीप के परिवार में शोक का माहौल है। प्रदीप के पिता सतबीर सिंह ने कहा कि उनका बेटा एक जिम्मेदार युवक था और वह अपनी नौकरी के प्रति समर्पित था। प्रदीप के परिवार ने भी प्रशासन से अपील की है कि युवक की तलाश जल्द से जल्द पूरी की जाए। प्रदीप के दोस्तों ने बताया कि वह तैरने के शौक़ीन थे, लेकिन गंगा नदी के तेज बहाव में तैरने का प्रयास उसके लिए जानलेवा साबित हुआ।

ऋषिकेश में पर्यटकों के लिए सुरक्षा की आवश्यकता

यह घटना ऋषिकेश के पर्यटकों के लिए एक बड़ा सबक है। ऋषिकेश, जो अपनी धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करता है। हालांकि, यहां की गंगा नदी का पानी अक्सर तेज बहाव में रहता है, जो तैरने के प्रयास में खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वह पर्यटकों को नदी में तैरने से पहले सावधानी बरतने की सलाह दे।

ऋषिकेश में गंगा के किनारे तैरने और अन्य जलक्रीड़ा गतिविधियों के लिए सुरक्षा उपायों को और सख्त करने की आवश्यकता है। प्रशासन को पर्यटकों के लिए चेतावनी बोर्ड लगाना चाहिए और गंगा के खतरनाक क्षेत्रों में तैरने पर पाबंदी लगानी चाहिए। साथ ही, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस को भी त्वरित और बेहतर बचाव कार्य के लिए बेहतर संसाधन मुहैया कराए जाने चाहिए।

प्रशासन की भूमिका और चुनौती

ऋषिकेश में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की बड़ी जिम्मेदारी है। एसडीआरएफ और पुलिस को इस प्रकार के मामलों में त्वरित और सटीक कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि किसी भी तरह के हादसे से बचा जा सके। हालांकि, त्वरित प्रतिक्रिया के बावजूद इस घटना में एसडीआरएफ को सफलता नहीं मिल पाई, और यह स्थिति प्रशासन के लिए एक चुनौती है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।