भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बीच सोशल मीडिया पर सिंगर अदनान सामी और पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। अदनान सामी ने फवाद चौधरी द्वारा उनकी भारतीय नागरिकता पर उठाए गए सवाल का करारा जवाब देते हुए उन्हें “अनपढ़ मूर्ख” कह डाला।
ये है पूरा मामला
पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। इस फैसले पर एक भारतीय पत्रकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा की। इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए फवाद चौधरी ने तंज कसते हुए लिखा, अदनान सामी के बारे में क्या?
फवाद के इस ट्वीट पर अदनान सामी ने पलटवार करते हुए लिखा, “इस अनपढ़ मूर्ख को कौन बताए,” और साथ में एक हंसती हुई इमोजी भी पोस्ट की। अदनान का यह तीखा जवाब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और उनके फैंस ने भी फवाद को खूब आड़े हाथों लिया।
अदनान सामी की नागरिकता का सफर
बता दें कि अदनान सामी का जन्म इंग्लैंड में हुआ था। उनके पिता अरशद सामी खान पाकिस्तान एयर फोर्स में अफसर थे और मां नूरीन खान जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखती थीं। अदनान ने लंबे समय तक पाकिस्तान की नागरिकता रखी, लेकिन उन्होंने 2001 में भारत आने का फैसला किया और संगीत की दुनिया में खुद को स्थापित किया। साल 2016 में उन्हें भारत की नागरिकता मिली। अदनान को यह नागरिकता एक लंबी कानूनी प्रक्रिया और 18 साल के इंतजार के बाद मिली थी। भारत सरकार ने उन्हें उनके कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान के आधार पर नागरिकता प्रदान की थी।
संगीत की दुनिया में अदनान का सफर
अदनान सामी न सिर्फ भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी एक लोकप्रिय गायक और संगीतकार हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1986 में एक अंग्रेजी एल्बम से की थी। 1981 में उन्होंने उस्ताद जाकिर हुसैन के साथ क्लासिकल एल्बम बनाया था। उनकी और आशा भोंसले की जोड़ी ने ‘कभी तो नजर मिलाओ’ से देशभर में तहलका मचा दिया। इसके बाद अमिताभ बच्चन के साथ ‘लिफ्ट करा दे’, ‘कभी नहीं’ जैसे एल्बम आए जो आज भी सुने जाते हैं। उनका दूसरा स्टूडियो एल्बम ‘तेरा चेहरा’ 2002 में आया और जबरदस्त हिट हुआ।
फिल्मों में भी रहा है योगदान
सिर्फ एलबम ही नहीं, अदनान ने बॉलीवुड में भी अपनी गायकी का जादू बिखेरा है। ‘बजरंगी भाईजान’ का ‘भर दो झोली मेरी’ और ‘लकी: नो टाइम फॉर लव’ का ‘सुन जरा’ आज भी श्रोताओं के पसंदीदा गानों में से हैं। इसके अलावा ‘ये रास्ते हैं प्यार के’, ‘धमाल’, ‘1920’, ‘शौर्य’, ‘खूबसूरत’ जैसी फिल्मों में भी उन्होंने अपने सुरों का जादू बिखेरा।
सोशल मीडिया पर मिली अदनान को सपोर्ट
अदनान सामी के जवाब के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय यूजर्स ने उन्हें खुलकर समर्थन दिया। कई लोगों ने लिखा कि एक कलाकार की राष्ट्रभक्ति पर सवाल उठाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, खासकर तब जब वह कानूनी प्रक्रिया के तहत भारत की नागरिकता ले चुका है और वर्षों से भारतीय संगीत और संस्कृति का हिस्सा बना हुआ है।
फवाद चौधरी के बयान ने भले ही विवाद को जन्म दिया हो, लेकिन अदनान सामी ने अपने जवाब से साफ कर दिया कि वे न सिर्फ भारतीय हैं, बल्कि हर तरह के प्रोपेगेंडा और दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देना भी जानते हैं।