उत्तराखंड पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान मूल के नागरिकों की पहचान और सत्यापन प्रक्रिया तेज कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्यभर में यह अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने बताया कि राज्य में कुल 250 पाकिस्तानी नागरिक निवास कर रहे हैं, जिनमें से 247 के पास लॉन्ग टर्म वीजा है। तीन व्यक्ति शॉर्ट टर्म वीजा पर आए थे, जिनमें से दो देहरादून के सहसपुर क्षेत्र में ठहरे थे और 27 अप्रैल को पाकिस्तान लौट गए। तीसरा व्यक्ति हरिद्वार में रुका था, जिसे 28 अप्रैल तक लौटने के निर्देश दिए गए थे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सीसीएस की बैठक में लिए गए निर्णयों के तहत प्रदेशभर में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की कार्रवाई तेज कर दी गई है। डीजीपी को निर्देशित किया गया है कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ने की प्रक्रिया सुनिश्चित करें।
पुलिस ने देहरादून, हरिद्वार और अन्य प्रमुख शहरों में चेकिंग अभियान चलाया है। डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी और इंटेलिजेंस यूनिट को पाक नागरिकों की पहचान के निर्देश दिए हैं। नेपाल सीमा पर भी जांच जारी है।
गृह विभाग ने पुलिस से पाकिस्तानी नागरिकों की सूची और उनके वीजा विवरण की जानकारी मांगी है। केंद्र सरकार के आदेश के बाद उत्तराखंड पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है। डीजीपी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और जनता से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना देने की अपील की है।