जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर है। इसका सीधा असर अब भारत की पवित्र धार्मिक यात्राओं पर भी देखने को मिल रहा है। केंद्र सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा और सख्त फैसला लेते हुए पाकिस्तान के यात्रियों के लिए इस यात्रा पर पूर्ण रोक लगा दी है। अब पाकिस्तान से कोई भी यात्री चारधाम यात्रा में हिस्सा नहीं ले पाएगा।
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हो रही है और इस बार पंजीकरण का आंकड़ा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है। पर्यटन विभाग के अनुसार अब तक 21 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इनमें करीब 24,729 यात्री विदेशी हैं। लेकिन इनमें से पाकिस्तान से पंजीकरण कराने वाले 77 श्रद्धालुओं के लिए अब यह यात्रा संभव नहीं रह गई है।
पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
बीते दिनों कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों की बस पर हमला किया था, जिसमें कई निर्दोष लोग घायल हुए। इस हमले ने सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर अलर्ट कर दिया है। गृह मंत्रालय ने इस हमले के बाद आतंक के नेटवर्क पर सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और साथ ही शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए पाक नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
उत्तराखंड सरकार की सख्ती
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी साफ कर दिया है कि किसी भी कीमत पर राज्य की सीमाओं में सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी पाकिस्तानी नागरिक शॉर्ट टर्म वीजा पर राज्य में मौजूद हैं, उन्हें तुरंत चिन्हित कर भेजा जाए। चारधाम यात्रा धार्मिक ही नहीं, राष्ट्रीय भावनाओं से भी जुड़ा विषय है। ऐसे में सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
विदेशी श्रद्धालुओं की रुचि बनी हुई है
पाकिस्तान को छोड़कर बाकी देशों से चारधाम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में पंजीकरण जारी हैं। अमेरिका, नेपाल और मलेशिया से सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं ने इस बार यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। पर्यटन विभाग के मुताबिक अब तक 100 से अधिक देशों से श्रद्धालु चारधाम यात्रा में शामिल होने की योजना बना चुके हैं।
धामों के अनुसार विदेशी यात्रियों का पंजीकरण इस प्रकार है:
केदारनाथ: 9409
बदरीनाथ: 7044
गंगोत्री: 4233
यमुनोत्री: 3845
हेमकुंड साहिब: 198
धार्मिक यात्रा पर आतंकी साया बर्दाश्त नहीं : VHP
VHP सहित कई संगठनों ने पहलगाम हमले के बाद तीखी प्रतिक्रिया दी है। VHP नेताओं ने कहा कि धार्मिक यात्राओं पर आतंकी हमले असहनीय हैं और इसका करारा जवाब दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान से आए श्रद्धालुओं पर रोक को उन्होंने जरूरी और समयानुकूल कदम बताया है।
भविष्य के लिए सख्त संदेश
सरकार का यह फैसला केवल एक सुरक्षा कदम नहीं, बल्कि एक सख्त संदेश भी है—आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चाहे वह सीमा पार से हो या किसी धार्मिक यात्रा को प्रभावित करने वाला प्रयास, भारत अब हर स्तर पर सख्त है।