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रुद्रपुर में दशकों पुरानी मजार ढहाई, प्रशासन और NHAI की संयुक्त कार्रवाई, भारी पुलिस बल तैनात

रुद्रपुर के इंदिरा चौक पर सोमवार तड़के प्रशासन और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने मिलकर दशकों पुरानी दो मजारों को ध्वस्त कर दिया। ये मजारें सैय्यद मासूम शाह मिया और सज्जाद मिया की थीं, जो लंबे समय से सड़क चौड़ीकरण के रास्ते में आ रही थीं। यह कार्रवाई शांति पूर्वक संपन्न हुई, हालांकि इलाके में तनाव की आशंका को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात रहा।

सड़क चौड़ीकरण के तहत हटाया गया धार्मिक ढांचा

NHAI द्वारा रुद्रपुर शहर में सड़क को आठ लेन तक विस्तारित करने की योजना पर कार्य चल रहा है। इंदिरा चौक स्थित धार्मिक स्थल इस परियोजना के मार्ग में आ रहा था। प्रशासन ने पूर्व में ही मजार को हटाने का नोटिस जारी कर दिया था। निर्धारित समय सीमा बीतने के बाद प्रशासनिक अमले ने सोमवार सुबह कार्रवाई को अंजाम दिया।

सुबह तड़के पहुंचा बुलडोजर, इलाके की घेराबंदी

कार्रवाई के दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी। जिले के कई थानों से पुलिस बल बुलाया गया और इंदिरा चौक से डीडी चौक तक की सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। यातायात को काशीपुर और किच्छा बायपास की ओर डायवर्ट कर दिया गया। सुरक्षा के लिहाज से पास की दुकानों को भी अस्थायी रूप से बंद करा दिया गया।

मीडिया को भी रखा गया दूर

संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने मीडिया कर्मियों को भी नगर निगम गेट पर रोक दिया। वहीं, इस पूरे अभियान की निगरानी के लिए एसएसपी मणिकांत मिश्रा, एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, एसपी क्राइम निहारिका तोमर, एडीएम पंकज उपाध्याय, एसडीएम मनीष बिष्ट और एमएनए नरेश दुर्गापाल जैसे वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।

बिना विरोध के शांतिपूर्वक कार्रवाई

इस कार्रवाई के दौरान स्थानीय लोगों की ओर से कोई विरोध नहीं हुआ। हालांकि प्रशासन को आशंका थी कि विरोध हो सकता है, इसलिए सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस ने स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में रखा और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को टालने में सफल रही।

स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया

इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही। कुछ लोगों ने इसे जरूरी विकास कार्य बताया, तो कुछ ने धार्मिक भावना आहत होने की चिंता जताई। प्रशासन का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया के तहत पूर्व सूचना दी गई थी और यह कार्रवाई सड़क निर्माण की परियोजना के तहत की गई है।