उत्तराखंड की पौड़ी गढ़वाल पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसमें एक युवती और उसका प्रेमी मिलकर लोगों को प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल किया करते थे। इस मामले में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ी गई युवती वाहन चालकों से लिफ्ट मांगकर पहले दोस्ती करती थी और फिर उन्हें अपने प्रेम जाल में उलझाकर निजी पलों का वीडियो बनाकर पैसे की मांग करती थी।
पुलिस का कहना है कि यह जोड़ी उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले की रहने वाली है और इन्होंने अब तक कई लोगों को इसी तरह शिकार बनाया है।
शिकायत से खुला मामला, पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
पौड़ी जिले के एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि 13 अप्रैल (रविवार) को कोटद्वार निवासी एक व्यक्ति ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि एक युवती और उसके साथी ने उसे दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी और पैसे वसूले।
शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर CIU टीम के साथ जांच शुरू की। जांच के बाद पुलिस ने नवजोत सिंह पुत्र हरविंदर सिंह निवासी ताहारपुर थाना नजीबाबाद और निधि शर्मा पुत्री हुकम सिंह निवासी ग्राम प्रेमपुरी थाना मंडावली (बिजनौर) को गिरफ्तार किया।
लिफ्ट मांगकर शुरू होता था जाल, फिर आता था ब्लैकमेलिंग का खेल
एसपी सिंह ने बताया कि आरोपी निधि शर्मा सड़क पर यात्रियों से लिफ्ट मांगती थी। लिफ्ट देने वाले व्यक्ति से वह जल्दी ही दोस्ती कर लेती और फिर प्रेमजाल में फंसा लेती। इसके बाद वह उन्हें किसी होटल या किराए के कमरे में ले जाकर शारीरिक संबंध बनाने को उकसाती थी।
इसी दौरान उसका प्रेमी नवजोत कमरे में घुसकर दोनों की आपत्तिजनक हालत में वीडियो बना लेता। फिर उस वीडियो को सार्वजनिक करने या रेप केस में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपए की मांग की जाती थी।
सुनियोजित तरीके से होता था पूरा घटनाक्रम
पुलिस जांच में सामने आया कि यह पूरा खेल बेहद सुनियोजित ढंग से किया जाता था। निधि पहले से ही तय करती थी कि किस जगह पर लिफ्ट मांगनी है, और कैसे अपने शिकार को फंसाना है। नवजोत आसपास ही रहता और जैसे ही मौका मिलता, कमरे में घुसकर वीडियो रिकॉर्ड कर लेता।
इसके बाद वे पीड़ित को फोन कर धमकाते और रकम ट्रांसफर कराने के लिए मानसिक दबाव बनाते थे। अगर पीड़ित विरोध करता, तो उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी जाती थी।
कई मामलों में वसूले लाखों रुपए, जांच जारी
पुलिस का कहना है कि शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने कई घटनाओं में लाखों रुपये वसूलने की बात कबूली है। हालांकि, फिलहाल पुलिस दोनों के आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच कर रही है कि इनके खिलाफ पहले से कोई मामला दर्ज है या नहीं।
इस केस में पुलिस का कहना है कि पीड़ितों को सामने आने की जरूरत है, ताकि आरोपियों के खिलाफ मजबूत सबूत जुटाए जा सकें और न्यायिक कार्रवाई सुनिश्चित हो।
एसपी की अपील: सतर्क रहें, अनजान लोगों से दोस्ती में न आएं
एसपी लोकेश्वर सिंह ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को लिफ्ट देने से पहले सावधानी बरतें। सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से बनी दोस्ती के आधार पर जल्दबाज़ी में किसी से निजी संबंध न बनाएं। यह मामला इस बात का सबूत है कि आजकल अपराधी किस कदर चालाकी से मासूम लोगों को निशाना बना रहे हैं।