पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील के तल्ला दारमा घाटी में स्थित ग्राम पंचायत उमचिया के पास तीजम गांव में देर रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। तेज बारिश और नेहल गाड़ में जलस्तर के खतरनाक स्तर तक बढ़ने के कारण क्षेत्र में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस प्राकृतिक आपदा में 2.13 करोड़ रुपये की लागत से बना 36 मीटर लंबा मोटर पुल और तीजम-वतन तोक को जोड़ने वाला लकड़ी का पुल बह गया, जिससे क्षेत्र में आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। इस घटना से 50 से अधिक परिवार पूरी रात परेशानी में रहे।
नुकसान का विवरण
इस आपदा ने क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है, जिसके प्रमुख नुकसान इस प्रकार हैं:
- पुलों का नुकसान:
- पीएमजीएसवाई का मोटर पुल: 2.13 करोड़ रुपये की लागत से बना 47 टन वजनी 36 मीटर लंबा स्टील ट्रस मोटर पुल पूरी तरह बह गया।
- लकड़ी का पुल: तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाला पीडब्ल्यूडी का लकड़ी का पुल भी नेहल गाड़ के उफान में बह गया।
- भूस्खलन: बिष्ट कॉलोनी में भूस्खलन के कारण आठ से अधिक मकान खतरे की जद में आ गए हैं। इससे स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल है।
- बिजली व्यवस्था ध्वस्त: दो बिजली के खंभे बह जाने से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है।
- आवागमन ठप: पुलों और सड़कों के नष्ट होने से तीजम, उमचिया, और आसपास के गांवों का संपर्क बाकी क्षेत्रों से कट गया है।
प्रभावित क्षेत्र और चुनौतियाँ
इस आपदा ने तीजम, उमचिया, और आसपास के गांवों में रहने वाले लोगों के लिए गंभीर समस्याएँ पैदा कर दी हैं। आवागमन के साधनों के पूरी तरह ठप होने से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और आपातकालीन सेवाएँ प्रभावित हो सकती हैं। बिजली की कमी और भूस्खलन से प्रभावित मकानों ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।